
दलीप ट्रॉफी के इतिहास में सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले कप्तान
क्या है खबर?
भारत के घरेलू प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट दलीप ट्रॉफी के अगले संस्करण की शुरुआत 28 अगस्त से हो जाएगी। कई अंतरराष्ट्रीय भारतीय खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में खेलते हुए नजर आएंगे। भारतीय टीम के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल नॉर्थ जोन का नेतृत्व करेंगे, जबकि तिलक वर्मा साउथ जोन की कप्तानी करेंगे। इस बीच दलीप ट्रॉफी के इतिहास में सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले कप्तानों के बारे में जानते हैं।
#1
श्रीनिवासराघवन वेंकटराघवन (9)
इस विशिष्ट सूची में शीर्ष पर पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर श्रीनिवासराघवन वेंकटराघवन हैं। उन्होंने 1970 और 1979 के बीच 15 बार साउथ जोन का नेतृत्व किया था। बतौर कप्तान सबसे ज्यादा दलीप ट्रॉफी मैच खेलने के मामले में यह करिश्माई खिलाड़ी हनुमंत सिंह के बराबर है। वेंकटराघवन की कप्तानी में साउथ जोन ने 9 मैच जीते और 5 हार (ड्रॉ-1) झेली। वेंकटराघवन दलीप ट्रॉफी के इतिहास में चौथे सबसे ज्यादा विकेट (95) लेने वाले गेंदबाज भी हैं।
जानकारी
वेंकटराघवन ने लिए हैं 5 पारियों में 5 विकेट हॉल
वेंकटराघवन ने दलीप ट्रॉफी के इतिहास में 5 पारियों में 5 विकेट हॉल ले चुके हैं। उनसे ज्यादा 5 विकेट हॉल सिर्फ नरेंद्र हिरवानी (8), भागवत चन्द्रशेखर (7) और एरापल्ली प्रसन्ना (6) ने लिए हैं।
#2
सुनील गावस्कर और कपिल देव (8-8 जीत)
इस सूची में 1983 विश्व कप विजेता टीम के 2 दिग्गज खिलाड़ी भी शामिल हैं। कपिल देव और सुनील गावस्कर ने बतौर कप्तान 8 जीत हासिल की थी। कपिल ने साउथ जोन के लिए 11 मैचों (1 हार) में कप्तानी की, जबकि गावस्कर ने वेस्ट जोन के लिए सिर्फ 10 मैचों (2 हार) में कप्तानी की थी। कपिल ने इस टूर्नामेंट में 22.85 की औसत से 34 विकेट लिए थे। गावस्कर ने 61.96 की औसत से 1,859 रन बनाए थे।
#3
इन कप्तानों ने भी जीते हैं 8-8 मैच
वेस्ट जोन के चंदू बोर्डे और साउथ जोन के मोटगनहल्ली जयसिम्हा दलीप ट्रॉफी में 8-8 मैच जीतने वाले अन्य कप्तान हैं। दोनों खिलाड़ियों ने 14-14 बार कप्तानी की जिसमें से जयसिम्हा को केवल 3 बार हार का सामना करना पड़ा, जबकि बोर्डे को 4 में हार मिली। दलीप ट्रॉफी में जयसिम्हा ने 45.50 की औसत से 1,456 रन और 29.29 की औसत से 31 विकेट लिए थे। बोर्डे ने 40.37 की औसत से 646 रन बनाए थे।