
ISS पहुंचे क्रू-7 के अंतरिक्ष यात्री, इन प्रयोगों को देंगे अंजाम
क्या है खबर?
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा के क्रू-7 मिशन के तहत अंतरिक्ष में भेजा गया स्पेस-X क्रू ड्रैगन कैप्सूल सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) से जुड़ गया है।
अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने क्रू-7 मिशन को बीते हफ्ते शनिवार को लॉन्च किया था।
इस मिशन के तहत स्पेस-X के फॉल्कन-9 रॉकेट अंतरिक्ष भेजे गए 4 अंतरिक्ष यात्री ISS पहुंच गए हैं।
जान लेते हैं ISS पर पहुंचे ये अंतरिक्ष यात्री कब तक वहां रहेंगे और क्या करेंगे।
काम
ISS पर 6 महीने बिताएंगे क्रू-7 के अंतरिक्ष यात्री
क्रू-7 के अंतरिक्ष यात्री 6 महीने ISS पर बिताएंगे और स्पेसवॉक करेंगे।
इस दौरान वो नमूने एकत्र करने सहित विज्ञान से जुड़े प्रयोग करेंगे, जिससे यह पता लगाया जा सके कि क्या स्टेशन अपने लाइफ-सपोर्ट सिस्टम वेंट्स के जरिए माइक्रोऑर्गेनिज्म (सूक्ष्मजीव) छोड़ता है या नहीं।
इससे यह समझने का प्रयास किया जाएगा कि क्या सूक्ष्मजीव अंतरिक्ष में जीवित रह सकते हैं और प्रजनन कर सकते हैं या नहीं।
प्रयोग
अंतरिक्ष यात्री करेंगे ये काम
अंतरिक्ष यात्री ISS में एक अन्य प्रयोग भी करेंगे, जिसका उद्देश्य पृथ्वी और अंतरिक्ष में नींद के बीच शारीरिक अंतर का आकलन करना है।
क्रू-7 अंतरिक्ष यात्रियों के ISS में पहुंचने से वहां मार्च से रह रहे नासा के क्रू-6 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों को भी राहत मिलेगी।
क्रू-7 के अंतरिक्ष यात्रियों को क्रू-6 अंतरिक्ष यात्रियों से ISS का संचालन अपने हाथों में लेने में लगभग 5 दिन लगेंगे। इसके बाद क्रू-6 के यात्री 2 सितंबर को वापस आ जाएंगे।
नासा
भविष्य के मिशनों के लिए विकसित किए जाएंगे कौशल
नासा प्रशासक बिल नेल्सन कहते हैं कि अंतरिक्ष यात्री चांद, मंगल और उससे आगे के मिशनों की तैयारी के लिए 200 से अधिक विज्ञान प्रयोग करेंगे और विभिन्न टेक्नोलॉजी का परीक्षण करेंगे।
अंतरिक्ष यात्री लो अर्थ ऑर्बिट में भविष्य के मिशनों को संचालित करने और पृथ्वी से उनकी दूरी का पता लगाने के लिए जरूरी कौशल विकसित करेंगे।
ISS पर प्रयोगों से नासा के आर्टिमिस मिशनों के जरिए चांद पर भविष्य की लंबी अवधि की यात्राओं का रास्ता भी बनेगा।
यात्री
भेजे गए हैं 4 अलग-अलग देशों के अंतरिक्ष यात्री
क्रू-7 मिशन के तहत 4 अलग-अलग देशों के यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा गया है।
अंतरिक्ष एजेंसी के अधिकारियों ने बताया है कि यह अमेरिका का ऐसा पहला लॉन्च है, जिसमें कैप्सूल के हर सीट पर अलग-अलग देश के अंतरिक्ष यात्री बैठे थे।
स्पेस-X के क्रू ड्रैगन कैप्सूल से नासा के जैस्मीन मोघबेली, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन (JAXA) एजेंसी के सातोशी फुराकावा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के एंड्रियास मोगेन्सन, और रूसी अंतरिक्ष यात्री कोंस्टेंटिन बोरिसोव अंतरिक्ष में गए हैं।