भारत में कब आएंगी टेस्ला और स्टारलिंक सेवाएं? एलन मस्क ने ट्विटर पर दिया जवाब
अमेरिकी अरबपति एलन मस्क की सबसे सफल कंपनियों में शामिल टेस्ला और स्टारलिंक की सेवाएं अब तक भारत में नहीं लॉन्च हुई हैं। लंबे वक्त से भारतीय लोग पूछ रहे हैं कि वे टेस्ला कार कब खरीद पाएंगे और स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं उन्हें कब मिलेंगी। ट्विटर पर सक्रिय रहने वाले एलन मस्क ने अब खुद इन सवालों का जवाब ट्वीट में दिया है। मस्क ने भारतीय ट्विटर यूजर्स के सवालों पर जवाब दिया है।
भारतीय यूजर ने पूछा था सवाल
एलन मस्क ने फिलिपींस में स्टारलिंक कनेक्शन को अनुमति मिलने से जुड़ा एक ट्वीट किया था, जिसपर मधु सूदन वी नाम के भारतीय यूजर ने कुछ सवाल पूछे। यूजर ने अपने ट्वीट में लिखा, 'टेस्ला के बारे में क्या कहना है? क्या टेस्ला भविष्य में भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाएगी?' इसके जवाब में मस्क ने लिखा, 'टेस्ला ऐसी किसी लोकेशन में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाएगी, जहां पहले हमें अपनी कारें बेचने और उनकी सर्विस करने की अनुमति नहीं है।'
भारत में मैन्युफैक्चरिंग के लिए मस्क को बुलावा
अप्रैल महीने में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि भारत में ई-वीइकल्स मैन्युफैक्चर करने के लिए एलन मस्क का स्वागत है, लेकिन अगर टेस्ला ओनर चीन में कारें मैन्युफैक्चर कर भारत में बिक्री करना चाहें तो यह 'अच्छी योजना' नहीं होगी। एक प्राइवेट इवेंट में गडकरी ने कहा था, "एलन मस्क भारत में मैन्युफैक्चरिंग करना चाहें तो कोई दिक्कत नहीं है। हमारे पास हर तरह की टेक्नोलॉजी है, जिससे उनकी कंपनी मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट भी कम कर सकती है।"
भारत में कब आएंगी स्टारलिंक की सेवाएं?
ट्विटर थ्रेड में प्रणय पटोले नाम के एक अन्य भारतीय यूजर ने मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा स्टारलिंक के बारे में पूछा। स्पेस-X के साथ मिलकर काम कर रही, मस्क की कंपनी स्टारलिंक का सफर भारत में अच्छा नहीं रहा है। सरकार और टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की ओर से चेतावनी के बाद स्टारलिंक को प्रीऑर्डर्स कैंसल करने पड़े थे और प्री-बुकिंग करवाने वाले ग्राहकों को रिफंड देना पड़ा था।
न्यूजबाइट्स प्लस
स्टारलिंक छोटे इंटरनेट सैटेलाइट्स का कलेक्शन है, जो पृथ्वी की नजदीकी कक्षा में (करीब 550 किलोमीटर की ऊंचाई पर) मौजूद हैं। वहीं, बड़े नेविगेशन और कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स धरती से 2,000 किलोमीटर से 35,000 किलोमीटर दूर कक्षा में मौजूद होते हैं।
सरकार की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं मस्क
प्रणय ने थ्रेड में लिखा, 'एलन, भारत में स्टारलिंक के इस्तेमाल को अनुमति मिलने पर कोई अपडेट? दुनियाभर में सस्ता और तेज इंटरनेट देने का स्टारलिंक का विजन शानदार है। भारत में स्टारलिंक बिल्कुल हिट हो जाएगा।' जवाब में एलन मस्क ने बताया, 'हम सरकार से अनुमति मिलने का इंतजार कर रहे हैं।' स्टारलिंक ने दावा किया था कि भारत में इसकी सेवाओं के लिए 5,000 से ज्यादा प्री-ऑर्डर्स मिले हैं।
दूसरे ब्रैंड्स दे रहे हैं स्टारलिंक-टेस्ला जैसी सेवाएं
भारत में जियो और एयरटेल भी स्टारलिंक जैसी सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवाओं पर काम कर रही हैं। जियो ने इसके लिए लग्जमबर्ग की टेलिकम्युनिकेशन कंपनी SES के साथ साझेदारी की है। वहीं, एयरटेल लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट कम्युनिकेशंस कंपनी वनवेब के साथ काम कर रही है। इसके अलावा ओला, महिंद्रा और टोयोटा जैसे ब्रैंड्स भारत में इलेक्ट्रिक वीइकल्स लॉन्च कर रहे हैं और इनका मार्केट तेजी से बढ़ रहा है।