ChatGPT प्लस का खर्च कर्मचारियों को देगी ये भारतीय कंपनी, 5 गुना बढ़ी प्रोडक्टिविटी
विश्वभर में जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्लेटफॉर्म ChatGPT और बिंग चैट आदि के बढ़ने से कई नौकरियां जाने का खतरा बढ़ा है। दूसरी तरफ कुछ कंपनियां कर्मचारियों को बेहतर तरीके से काम करने में मदद से लिए इन टूल्स का इस्तेमाल कर रही हैं। इससे कंपनियों को फायदा भी हो रहा है। बेंगलुरु स्थित एक निवेश फर्म कैपिटलमाइंड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर ने कहा कि ChatGPT से उनके कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी 5 गुना बढ़ी है।
AI चैटबॉट फर्मों में जूनियर एनालिस्ट की नौकरी खत्म कर देंगे- वशिष्ठ अय्यर
कैपिटलमाइंड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर वशिष्ठ अय्यर ने कहा कि उनकी कंपनी ने तो ChatGPT प्लस सब्सक्रिप्शन लेने वाले कर्मचारियों को उसके लिए लगने वाला चार्ज भी देने का फैसला लिया है। ChatGPT प्लस सब्सक्रिप्शन का चार्ज भारत में लगभग 1,600 रुपये प्रति माह रखा गया है। एक ट्वीट में अय्यर लिखा कि ChatGPT जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट कई फर्मों में जूनियर एनालिस्ट की नौकरी को खत्म कर देंगे।
AI के आने से औसत दर्जे के कर्मचारियों के लिए नहीं होगी जगह- अय्यर
अय्यर ने कहा कि नए लोगों को AI का लाभ उठाना होगा और इसे सीखकर अपने-अपने क्षेत्रों में एक्सपर्ट बनना होगा। उन्होंने चेताया कि औसत दर्जे के कर्मचारियों के लिए कोई जगह नहीं होगी।
लॉन्च होते ही लोकप्रिय हो गया था ChatGPT
पिछले साल नवंबर, 2022 में GPT-3 मॉडल पर आधारित ChatGPT को सभी के लिए लॉन्च किया गया था। लॉन्चिंग के बाद ही ये काफी पसंद किया जाने लगा था। ChatGPT लोकप्रियता का अंदाजा ऐसे लगाइए कि लॉन्चिंग के एक हफ्ते के भीतर ही इसके 10 लाख से ज्यादा यूजर्स हो गए थे। ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI ने बाद में GPT-3.5 लैंग्वेज मॉडल पेश किया। अभी हाल ही में कंपनी ने GPT-4 लैंग्वेज मॉडल पेश किया है।
ChatGPT प्लस में ही मिलता है GPT-4
GPT-4 अपने पुराने मॉडल से तेज और सटीक जानकारी देने के लिए जाना जाता है। हालांकि, GPT-4 मॉडल सिर्फ ChatGPT प्लस सब्सक्रिप्सन वाले यूजर्स को ही मिलता है। GPT-4 की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये विजुअल इनपुट/इमेज इनपुट को समझने में सक्षम है। ChatGPT प्लस यूजर्स को एक सुविधा ये भी मिलती है कि ये सामान्य ChatGPT की तरह डाउन नहीं होता। ज्यादा ट्रैफिक होने पर भी ये काम करता रहता है।
ChatGPT को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया
टेक जगत में सनसनी फैला देने वाले इस ChatGPT के बारे में मिलीजुली प्रतिक्रिया है। एक तरफ बड़ी टेक कंपनियां और टेक जगत की दिग्गज हस्तियां ChatGPT की तारीफ करती हैं तो दूसरी तरफ एलन मस्क और ऐपल के को-फाउंडर स्टीव वोज्नियाक जैसे लोग इसको लेकर चेतावनी देते हैं और कुछ नियमों के साथ इसे प्रतिबंधित करने की बात कर रहे हैं। सॉफ्टवेयर और ऐप बनाने वाली कंपनियां ChatGPT को अपने प्रोडक्ट में इंटीग्रेट कर उसे बेहतर कर रही हैं।
"एडवांस AI पृथ्वी पर जीवन में ला सकते हैं अलग तरह का बदलाव"
माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स आधुनिक कंप्यूटर के लिए विंडोज OS I पर काम करने के बाद ChatGPT को अपने जीवन में देखा गया दूसरा सबसे क्रांतिकारी विकास बताते हैं। दूसरी तरफ मस्क और वोज्नियाक GPT-4 से ज्यादा पॉवरफुल जनरेटिव AI सिस्टम तैयार करने की प्रक्रिया में 6 महीने तक रोक लगाने की बात कहते हैं। उनका कहना है कि एडवांस AI पृथ्वी पर जीवन के इतिहास में अलग तरह का बदलाव ला सकता है इसलिए इसे प्रतिबंधित करना चाहिए।