भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में फेसबुक की एंट्री, इस स्टार्ट-अप में खरीदी हिस्सेदारी
क्या है खबर?
सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक अब ई-कॉमर्स मार्केट में दाखिल हो गई है। कंपनी ने भारत के ई-कॉमर्स स्टार्ट-अप मीशो (Meesho) में हिस्सेदारी खरीदी है।
मीशो एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जिस पर हर सामान को रिसेल किया जा सकता है।
इस पर सामान बेचने के इच्छुक लोग फेसबुक, व्हाट्सऐप आदि के जरिए अपने ग्राहकों तक पहुंच सकते हैं।
किसी भारतीय स्टार्टअप में फेसबुक का यह दूसरा निवेश है। इससे पहले कंपनी ने 2014 में एक स्टार्ट-अप का अधिग्रहण किया था।
जानकारी
रकम की जानकारी नहीं
इस बारे में जानकारी देते हुए फेसबुक के भारतीय प्रमुख अजीत मोहन ने इस निवेश की जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने निवेश की रकम की जानकारी नहीं दी और कहा कि फेसबुक ने इसका छोटी हिस्सेदारी खरीदी है।
अधिग्रहण
बेंगलुरू स्थित स्टार्ट-अप का किया था अधिग्रहण
अजीत ने कंपनी के इस निर्णय के बारे में कहा कि भारत की आर्थिक तरक्की और सामाजिक विकास में फेसबुक एक सहयोगी है।
मीशो में निवेश के साथ फेसबुक ऐसे बिजनेस मॉडल को हवा देना चाहती है जो महिला उद्यमियों को बढ़ावा दे सके और तेजी से नई नौकरियां पैदा कर सके।
इससे पहले कंपनी ने 2014 में बेंगलुरू स्थित लिटल आई लैब्स नामक स्टार्ट-अप का अधिग्रहण किया था।
कहा जा रहा है यह सौदा 10-15 मिलियन डॉलर का था।
मीशो
मीशो पर है 15,000 सप्लायर्स
मीशो की शुरुआत IIT दिल्ली से पढ़े विदित आत्रे और संजीव बर्नवाल ने की थी।
यह ऐप सामान बेचने वाले, छोटे और मध्यम उ्दयोगों, उद्यमियों को अपने ग्राहकों से जुड़ने की सुविधा देती है।
मीशो ने निवेश की जानकारी देते हुए कहा कि उनका और फेसबुक का लक्ष्य एक समान है- समाज को सशक्त करना और छोटे उद्यमियों की मदद करना।
कंपनी ने बयान में कहा कि उसके पास 15,000 से ज्यादा सप्लायर्स का नेटवर्क है।
फेसबुक
फेसबुक ने बताई निवेश की यह वजह
अजीत मोहन ने बताया कि मीशो की दो बातों की वजह से फेसबुक ने उसमें निवेश किया है।
पहली यह कि इसका मॉडल मेट्रो शहरों से बाहर छोटे शहरों में है, जहां इंटरनेट के नए यूजर्स जुड़ रहे हैं। दूसरी और ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि मीशो पर मौजूद 20 लाख रिसेलर्स में से 80 फीसदी महिलाएं हैं।
इसमें से अधिकतर ने पहली बार अपना बिजनेस शुरू किया है। इससे महिला उद्यमिता को भी बढ़ावा मिलेगा।