ChatGPT के इस्तेमाल पर इस विश्वविद्यालय ने लगाया प्रतिबंध, नियम तोड़ने वालों को मिलेगी सजा
चीन स्थित हांगकांग विश्वविद्यालय ने कॉलेजों में ChatGPT समेत सभी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। गिजचाइना के अनुसार, हांगकांग विश्वविद्यालय में प्रभारी हे लिरेन ने शिक्षकों और छात्रों को ईमेल भेजकर कहा है कि क्लास असाइनमेंट और असेसमेंट को पूरा करने के लिए ChatGPT या किसी अन्य AI टूल के इस्तेमाल की इजाजत नहीं है। यदि कोई छात्र अनुमति के बिना इसका उपयोग करता है तो इसे धोखाधड़ी या साहित्यिक चोरी माना जाएगा।
इन विश्वविद्यालयों ने भी ChatGPT के इस्तेमाल पर लगाया प्रतिबंध
न्यूयॉर्क शिक्षा बोर्ड और भारत में बेंगलुरू स्थित आरवी विश्वविद्यालय ने कॉलेजों में ChatGPT पर प्रतिबंध लगा दिया है। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, आरवी विश्वविद्यालय ने न केवल ChatGPT पर प्रतिबंध लगा दिया है, बल्कि गिटहब को-पायलट और ब्लैक बॉक्स जैसे कई अन्य AI टूल्स पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। विश्वविद्यालय का कहना है कि छात्र परीक्षा में या अपने असाइनमेंट को पूरा करने के लिए AI टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं इसलिए उन्होंने प्रतिबंध लगाया है।
ChatGPT क्या है?
ChatGPT (जेनरेटिव फ्री-ट्रेंड ट्रांसफार्मर) OpenAI द्वारा डेवलप किया गया एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालित चैटबॉट है। ChatGPT को OpenAI ने 30 नवंबर, 2022 को लॉन्च किया था। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा संचालित इस चैटबॉट में इंसानों द्वारा लिखित किताबों, इंटरनेट या किसी अन्य माध्यम से उपलब्ध जानकारियों का एक विशाल डाटाबेस मौजूद है। ChatGPT इस डाटाबेस की मदद से आपके लिए वीडियो तैयार कर सकता है, आर्टिकल लिख सकता है और कठिन से कठिन सवालों का जवाब दे सकता है।