ChatGPT को कस्टमाइज कर सकेंगे यूजर्स, OpenAI तैयार कर रहा है अपग्रेड
इंटरनेट की दुनिया में वर्तमान में ChatGPT चर्चा का विषय बना हुआ है। इसकी क्षमता से लेकर इसकी कमियों पर बात हो रही है। इसको बनाने वाली कंपनी OpenAI ने कहा है कि वह अपने इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट के लिए एक अपग्रेड तैयार कर रही है। अपग्रेड के बाद यूजर्स ChatGPT को अपनी जरूरत के मुताबिक कस्टमाइज कर पाएंगे। इससे AI में पूर्वाग्रह से जुड़ी चिंताएं दूर होंगी। आइये पूरी खबर जानते हैं।
विविध विचारों को समायोजित करना चाहता है ChatGPT
OpenAI ने कहा कि AI चैटबॉट में राजनीतिक और अन्य पूर्वाग्रहों को कम करने के लिए तो काम किया है, लेकिन यह और अधिक विविध विचारों को समायोजित करना चाहता है। कस्टमाइजेशन के जरिए इसको एक कदम और आगे बढ़ाने के कंपनी के एक ब्लॉग पोस्ट में कहा गया कि इसका मतलब यह होगा कि सिस्टम आउटपुट को अनुमति देने से लोग अपनी असहमति भी जाहिर कर सकेंगे। हालांकि, फिर भी सिस्टम के व्यवहार की हमेशा कुछ सीमाएं तो रहेंगी।
टेक्स्ट और इंसान कर रहे AI चैटबॉट को प्रशिक्षित
OpenAI ने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि ChatGPT के जवाबों को पहले इंटरनेट पर उपलब्ध बड़े टेक्स्ट डाटासेट पर प्रशिक्षित किया जाता है। दूसरे चरण में इंसान इसे दिशानिर्देश देते हैं कि विभिन्न स्थितियों में इसे क्या करना है और क्या नहीं करना है। उदाहरण के लिए, यदि कोई यूजर वयस्क, हिंसक, अभद्र कंटेंट के लिए इनपुट देते हैं तो ये उसके जवाब में कहे, "मैं इसका उत्तर नहीं दे सकता।"
घटिया बातों पर प्रतिक्रिया देने से मना कर दे बॉट
यदि किसी विवादस्पद विषय के बारे में पूछा जाए तो चैटबॉट जवाब देने से मना न करे और मामले से जुड़ी जानकारियों का वर्णन करे। इसे थोड़ा सरल तरीके से समझें तो कंपनी ChatGPT को इस तरह से तैयार करने में लगी है कि ये घटिया बातों पर प्रतिक्रिया देने से ये मना कर दे, लेकिन किसी आंदोलन, राजनीति, समुदाय आदि से जुड़ी जानकारी पूछने पर ये उससे जुड़ी घटनाओं की जानकारी दे सके।
गलत जवाब से कंपनियों पर उठते हैं सवाल
दरअसल, AI चैटबॉट अभी अपने शुरुआती दौर में हैं और इन्हें अभी काफी प्रशिक्षित किया जाना है। हालांकि, कई यूजर्स इनसे तमाम तरह की चैट करते हैं और फिर चैटबॉट द्वारा दिए गए जवाब चर्चा का विषय बन जाते हैं। अगर चैटबॉट ने गलत जवाब दे दिया तो कंपनी की साख पर भी सवाल उठने लगते हैं। हाल ही में गूगल को अपने चैटबॉट बार्ड के एक गलत जवाब के चलते लगभग आठ लाख करोड़ डॉलर का घाटा उठाना पड़ा।
क्या है ChatGPT?
ChatGPT का फुल फॉर्म चैट जेनरेटिव प्रिट्रेंड ट्रांसफार्मर है। यह OpenAI द्वारा तैयार किया गया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस एक प्रकार का चैटबॉट है। यह इनपुट के आधार पर सरल शब्दों में या कहें कि इंसानी भाषा में जवाब देता है। आपके इनपुट के आधार पर यह निबंध, कविता और कहानी लिखने में सक्षम है। हालांकि, यह अभी सिर्फ उतना ही जवाब दे सकता है, जितना इसके अंदर डाटा फीड है या जिस डाटा पर इसे प्रशिक्षित किया गया है।