बजट स्मार्टफोन सेगमेंट में बरकरार रहेंगी विदेशी कंपनियां, भारत सरकार ने किया साफ
क्या है खबर?
पिछले कुछ महीनों से चाइनीज बजट स्मार्टफोन को बैन करने की बात सामने आ रही है।
एक रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत सरकार 12,000 रुपये (करीब 150 डॉलर) से कम कीमत वाले स्मार्टफोन्स बैन कर सकती है। हालांकि, बैन जैसी सभी अटकलों पर विराम लग गया है।
सरकार की 12.000 रुपये के तहत कम बजट वाले स्मार्टफोन पर प्रतिबंध लगाने की कोई योजना नहीं है।
आइए जानें, पूरा मामला क्या है।
बयान
संसद में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दी जानकारी
संसद में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के मुताबिक, भारत सरकार 12,000 रुपये से कम कीमत वाले सेगमेंट से चीनी ब्रांड्स को बाहर नहीं करने वाली है।
इसके अलावा उन्होंने संसद में कहा, "भारत घरेलू ब्रांडों के निर्माण के लिए तत्पर है। आने वाले सालों में देश के इलेक्ट्रानिक तंत्र में जल्द ही विदेश कंपनियों को शामिल करने की उम्मीद है।"
फिलहाल, केंद्रीय मंत्री के बयान से साफ है कि बजट सेगमेंट चाइनीज फोन बैन नहीं होंगे।
जानकारी
भारतीय मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम डेवलप करने की योजना
भारतीय मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को डेवलप करने के लिए इंडस्ट्री के एग्जिक्यूटिव्स ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनियां गूगल, माइक्रोसॉफ और मेटा से बात कर रही है। इसका फायदा भारतीय ऐप्स और कंटेट सर्विस के इकोसिस्टम के डेवलपमेंट में मिलेगा।
जानकारी
सरकार का ध्यान इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन बढ़ाने पर होगा जोर
केंद्रीय मंत्री ने संसद में एक रिपोर्ट भी जारी की है, जिसमे आगामी तीन से चार सालों का प्लान शामिल है।
रिपोर्ट में सरकार तीन से चार सालों में $300 बिलियन (लगभग 23,90,500 करोड़ रुपये) इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन तक पहुंचने की उम्मीद कर रही है।
वर्तमान में उत्पादन लगभग 76 अरब डॉलर (करीब 6,05,600 करोड़ रुपये) होने का अनुमान है।
रिपोर्ट में निर्यात बढ़ाने, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुक्त व्यापार समझौतों को बढ़ावा देने के सुझाव भी शामिल हैं।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत सरकार बीते कुछ साल से भारत में स्मार्टफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग पर जोर दे रही है। साथ ही कंपोनेंट्स से ड्यूटी भी कम की गई है, जिससे विदेशी कंपनियां भी भारत में प्रोडक्शन शुरू करें।
असर
चाइनीज कंपनियों में दिखता बैन का असर
भारत में अगर एंट्री-लेवल मार्केट से चाइनिज स्मार्टफोन बैन हो जाते तो इसका फायदा स्थानीय मार्केट को ज्यादा होता। दरअसल, कोविड-19 के बाद से शाओमी और दूसरी चाइनीज कंपनियों ने बढ़त बनाई है।
सेल्स वॉल्यूम की बात करें तो 150 डॉलर से कम कीमत वाले स्मार्टफोन्स की भारत में एक तिहाई बिक्री होती है।
मार्केट ट्रैकर काउंटरपॉइंट की मानें तो इस सेगमेंट में 80 प्रतिशत तक शिपमेंट चाइनीज मार्केट से होता है।