ChatGPT अब इंटरनेट से भी निकाल कर देगा जानकारी, बार्ड को मिलेगी कड़ी टक्कर
OpenAI का बनाया हुआ जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट ChatGPT अपनी लॉन्चिंग के बाद काफी लोकप्रिय तो हुआ, लेकिन इसकी सीमित जानकारी इसकी बड़ी खामी थी। दरअसल, ChatGPT के पास सिर्फ सिंतबर, 2021 तक का ही डाटा था। इसके चलते वह बाद की किसी भी घटना के बारे में जानकारी देने में ये सक्षम नहीं था। अब OpenAI ने ChatGPT के लिए प्लगइन्स सपोर्ट की घोषणा की है। इनकी मदद से ChatGPT इंटरनेट ब्राउज कर पाएगा।
धीरे-धीरे प्लगइन्स को रोल आउट करेगी कंपनी
OpenAI ने एक ब्लॉग पोस्ट के जरिए घोषणा की है कि वह ChatGPT में धीरे-धीरे प्लगइन्स को रोल आउट करेगी। इससे चैटबॉट इंटरनेट के जरिए थर्ड पार्टी वेबसाइट्स और अन्य सोर्स से बातचीत कर पाएगा। इसकी टेस्टिंग के लिए सेलेक्टेड यूजर्स को एक्सपीडिया, फिस्कलनोट, इंस्टाकार्ट, ओपनटेबल, शॉपिफाई, स्लैक आदि द्वारा बनाए गए प्लगइन्स दिए गए हैं। इनके अलावा ChatGPT ने अपने खुद के 2 प्लगइन्स जारी किए हैं। इसमें एक वेब ब्राउजर और एक कोड इंटरप्रेटर प्लगइन है।
ChatGPT के वेब ब्राउजर और कोड इंटरप्रेटर प्लगइन का काम
ChatGPT का वेब ब्राउजर प्लगइन सबसे महत्वपूर्ण है। यह चैटबॉट की क्षमता को काफी बदल देगा। दरअसल, अभी तक ChatGPT कोई भी जानकारी देने के लिए फीड किए गए डाटा पर निर्भर था, लेकिन अब वेब ब्राउजर प्लगइन के जरिए यह इंटरनेट से किसी भी विषय या घटनाक्रम की रियल टाइम जानकारी देने में सक्षम होगा। कोड इंटरप्रेटर प्लगइन ChatGPT को गणितीय मुश्किलों को हल करने, डाटा विश्लेषण, डाटा विजुअलाइजेशन और फाइलों को कंवर्ट करने की क्षमता प्रदान करेगा।
प्लगइन के बाद बिंग की तरह हो जाएंगी ChatGPT की क्षमताएं
OpenAI अभी शुरू में यूजर्स के एक छोटे ग्रुप के लिए प्लगइन्स को रोल आउट कर रही है। इसमें विश्वसनीय डेवलपर्स और ChatGPT प्लस सब्सक्राइबर शामिल हैं। इन प्लगइन्स के जरिए ChatGPT में माइक्रोसॉफ्ट के GPT-4 से लैस वेब ब्राउजर बिंग की तरह क्षमताएं आ जाती हैं। हालांकि, ये प्लगइन्स चैटबॉट को रियल टाइम जानकारी देने से एक कदम आगे जाते हुए यूजर्स की तरफ से सिस्टम को कार्रवाई करने की अनुमति भी देता है।
दुरुपयोग को सीमित करने के लिए OpenAI ने किए कई सुरक्षा उपाय
सिस्टम को इस तरह के स्वचलित एक्शन परफॉर्मेंस से होने वाले नुकसान पर चिंताएं जताई गई हैं, लेकिन OpenAI का कहना है कि उसने दुरुपयोग को सीमित करने के लिए कई सुरक्षा उपाय किए हैं।
गूगल का बार्ड पहले से ही इंटरनेट से जानकारी निकालने में है सक्षम
प्लगइन्स के बाद ChatGPT के इंटरनेट से जानकारी निकालने की जिन क्षमताओं से लैस होने की बात कही जा रही है, उस मामले में उसका प्रतिद्वंदी गूगल बार्ड पहले से ही आगे है। हालांकि, बार्ड की बड़ी कमी ये है कि यह अभी आम यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं है। अब हाल ही में गूगल ने बार्ड का एक्सेस बढ़ाया है। ChatGPT और बार्ड में लोकप्रियता और उपलब्धता के आधार पर फिलहाल ChatGPT ही आगे दिख रहा है।