गूगल बार्ड और OpenAI के ChatGPT में कौन सा चैटबॉट है बेहतर?
दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने हाल ही में अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बॉट बार्ड का एक्सेस बढ़ाना शुरू किया है। अब गूगल की तरफ से बार्ड का एक्सेस पिक्सल सुपरफैंस को भी दिया जा रहा है। कंपनी के इस फैसले के बाद से माइक्रोसॉफ्ट और गूगल के बीच जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की लड़ाई एक नए चरण में प्रवेश कर चुकी है। चलिए जान लेते हैं कि माइक्रोसॉफ्ट समर्थित OpenAI के ChatGPT और गूगल बार्ड में क्या अंतर है।
अच्छी नहीं रही बार्ड की शुरुआत, लॉन्चिंग में भी हुई देरी
ChatGPT और बार्ड, दोनों ही लैंग्वेज मॉडल पर आधारित चैटबॉट हैं। ChatGPT अपनी लॉन्चिंग के बाद ही पॉपुलर हो गया, लेकिन बार्ड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहली बात तो ये कि बार्ड को लॉन्च करने में गूगल ने काफी देरी कर दी और जब लॉन्च किया गया तो डेमो में इसने एक गलत जवाब दे दिया। गलत जवाब के चलते गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयरों के दाम गिर गए उसे सैकड़ों करोड़ रुपये का नुकसान भी हुआ।
दुनियाभर में हो रही है ChatGPT की चर्चा
ChatGPT इस समय सबसे चर्चित चैटबॉट है। बिल गेट्स सहित दुनियाभर के टेक दिग्गज और टेक कंपनियां इस बारे में चर्चा कर रही हैं। कई कंपनियों ने तो अपने बिजनेस और प्रोडक्ट्स में ChatGPT का इस्तेमाल भी शुरू कर दिया। हालांकि, ChatGPT में भी कई कमियां हैं और ये कमियां ही उसके प्रतिद्वंदियों के लिए बड़ी उम्मीद हैं। गूगल का भी उद्देश्य धीमे और नपे-तुले तरीके से ChatGPT की खामियों का फायदा उठाना है।
बार्ड के मुकाबले सीमित है ChatGPT की जानकारी
बार्ड और ChatGPT दोनों ही लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) पर आधारित हैं। बार्ड, गूगल के ही LaMDA (लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लिकेशन) पर आधारित है। ChatGPT की बात करें तो ये GPT-3, GPT-3.5 और GPT-4 पर आधारित है। LaMDA के पास 13,700 करोड़ पैरामीटर्स हैं। GPT-3 में 17,500 करोड़ पैरामीटर्स हैं। ChatGPT की सबसे बड़ी कमी ये है कि इसे सितंबर 2021 के बाद की घटनाओं की कोई जानकारी नहीं है। बार्ड पर ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं है।
बार्ड इंटरनेट से तो ChatGPT डाटा बेस से देता है जानकारी
LaMDA इंटरनेट से उत्तर निकालने में सक्षम है, जो बार्ड को जानकारियों से अप-टू-डेट रखता है। ChatGPT सवालों का जवाब देने के लिए GPT-3 या GPT-4 के डाटा बेस पर आधारित है। ChatGPT को इसके कोडिंग करने की क्षमता लोकप्रिय बनाती है। यह कोड डिबग करने में भी सक्षम है। बार्ड अभी कोडिंग करना सीख रहा है। ये कोडिंग करने में अभी यूजर्स की मदद नहीं कर सकता है।
ChatGPT में पिछले कंवर्सेशन को याद रखने की क्षमता
ChatGPT में पिछले कंवर्सेशन को याद रखने की क्षमता है। ये खासियत इसे दूसरे चैटबॉट से अलग बनाती है। अभी यह बहुत सही नहीं है, लेकिन अन्य चैटबॉट की तुलना में बेहतर है। दूसरी ओर, बार्ड ऐसा नहीं कर सकता है। गूगल के अनुसार, संदर्भों को समझने की बार्ड की क्षमता अभी के लिए "उद्देश्यपूर्ण रूप से सीमित" है। कंपनी ने कहा कि बार्ड में ये क्षमता समय के साथ बढे़गी।
कई प्रतिक्रियाएं देता है बार्ड, ChatGPT के पास सिर्फ एक जवाब
बार्ड में एक खासियत 'ड्राफ्ट्स' है। ये विशेषता AI चैटबॉट्स के लिए एक ट्रेंडसेटर हो सकती है। ये चैटबॉट एक इनपुट पर कई प्रतिक्रियाएं तैयार करता है और यूजर्स को सबसे बेहतर प्रतिक्रिया चुनने की सुविधा देता है। ये सुविधा चैटबॉट द्वारा जवाब चुनने की जगह यूजर्स को जवाब चुनने के लिए बाध्य करती है। ChatGPT की बात करें तो ये यूजर्स के इनपुट का एक बार में एक जवाब देता है।
ChatGPT है आगे, बार्ड के लिए करना होगा इंतजार
ChatGPT और बार्ड की खासियत और खामियों के बारे में जानने के बाद अब इस नतीजे पर पहुंचने का समय आ गया है कि कौन सा चैटबॉट बेहतर है। लोकप्रियता और उपलब्धता के आधार पर साफ है कि अभी तो ChatGPT गूगल बार्ड से आगे है। हालांकि, जब कुछ महीनों बाद बार्ड भी आम यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा तब गूगल के बार्ड और OpenAI के ChatGPT की क्षमताओं और उपयोगिता के बारे में ज्यादा बेहतर पता चलेगा।