बिल गेट्स ने ChatGPT को बताया महत्वपूर्ण, कहा- यह दुनिया बदल देगा
क्या है खबर?
ChatGPT इन दिनों इंटरनेट में चर्चा का विषय बना हुआ है। अब माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका मानना है कि ChatGPT का अविष्कार महत्वपूर्ण है।
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "यह इंसानों जैसी प्रतिक्रिया देता है। अब तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पढ़ और लिख सकता थी, लेकिन कंटेंट को समझ नहीं सकती थी। अब ChatGPT जैसे नए प्रोग्राम पत्र लिखने जैसे काम करके लोगों को और अधिक कुशल बना देंगे।"
चैटजीपीटी
सबसे चर्चित विषय बन गया है ChatGPT- गेट्स
गेट्स ने कहा कि 2023 में यह सबसे ज्यादा चर्चा वाला विषय है और दुनिया को बदल देगा।
बता दें, माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में अपने सर्च इंजन 'बिंग' को OpenAI के साथ अपडेट किया है और कहा है कि यह ChatGPT से ज्यादा पावरफुल है।
ChatGPT को अमेरिकी फर्म OpenAI ने विकसित किया है और इसे सबसे तेजी से बढ़ती कंज्यूमर ऐप का दर्जा मिल गया है।
बता दें कि OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट ने काफी पैसा निवेश किया है।
गूगल
गूगल को लॉन्च करना पड़ा 'बार्ड'
ChatGPT की सफलता और इसकी चर्चा ने गूगल को अपना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट बार्ड समय से पहले लॉन्च करने के लिए मजबूर कर दिया। इसके अलावा गूगल ने AI चैटबॉट के लिए एंथ्रोपिक में भी पैसा निवेश किया है।
ChatGPT (जेनरेटिव फ्री-ट्रेंड ट्रांसफार्मर) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा संचालित चैटबॉट है। इसमें किताबों और अन्य माध्यम से उपलब्ध जानकारियों का एक विशाल डाटाबेस है, जिसकी मदद से यह निबंध, लेटर, कंटेंट, वीडियो आदि तैयार कर सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI तो गूगल ने एंथ्रोपिक में किया निवेश
गूगल-एंथ्रोपिक के बीच की साझेदारी लगभग उसी तरह है, जैसे माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI में 1,000 करोड़ डॉलर का हाई-प्रोफाइल निवेश किया है।
गूगल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप एंथ्रोपिक में लगभग 40 करोड़ डॉलर (लगभग 3,299 करोड़ रुपये) का निवेश किया है।
गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों की इस तरह की साझेदारी इन्हें एडवांस AI सिस्टम तक पहुंच प्रदान करती है। इसके बदले मे OpenAI और एंथ्रोपिक जैसे स्टार्टअप को फंडिंग और क्लाउड कंप्यूटिंग की सुविधा मिल जाती है।
एंथ्रोपिक
कंपनियों को AI से काफी उम्मीदें
AI को लेकर गूगल और माइक्रोसॉफ्ट की तेजी दिखाती है कि टेक कंपनियों को इससे बड़े पैमाने पर बदलाव की उम्मीद है।
यह जनरेटिव AI यूजर्स के इनपुट के आधार पर बड़े लेख, निबंध, स्क्रिप्ट तैयार कर देता है।
टेक के कई जानकार 'बार्ड' के आने से पहले तक 'ChatGPT' को गूगल सर्च के लिए बड़ी चुनौती मानते रहे हैं। हालांकि, ChatGPT की जानकारी अभी सीमित है और 2021 के बाद के घटनाक्रम की जानकारी देने में सक्षम नहीं है।