अंतरिक्ष यात्री बज आल्ड्रिन के अपोलो 11 फ्लाइट जैकेट की नीलामी, 22.3 करोड़ रुपये में बिका
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA की ओर से भेजे गए अपोलो 11 मिशन का हिस्सा रहे अंतरिक्ष यात्री बज आल्ड्रिन की फ्लाइट जैकेट की नीलामी के लिए रखी गई। इस जैकेट को न्यू यॉर्क में सोथबाई ऑक्शन हाउस की ओर से 28 लाख डॉलर (करीब 22 करोड़ रुपये) में बेचा गया। सफेद रंग के इस जैकेट पर NASA का लोगो और अपोलो 11 मिशन का बैज बना हुआ है और आल्ड्रिन का नेम टैग भी देखा जा सकता है।
खास मिशन के लिए बनाया गया था फायरप्रूफ जैकेट
बज के जैकेट में बाएं कंधे पर अमेरिका का झंडा बना है और इसे खास तरह के बीटा क्लोथ की मदद से बनाया गया है, जो फायरप्रूफ है। NASA ने इस फायरप्रूफ कपड़े को सूट का हिस्सा अपोलो 1 मिशन के बाद बनाया था क्योंकि 1967 में ग्राउंड टेस्टिंग के दौरान अचानक लगी आग से जलकर एक अंतरिक्ष यात्री की मौत हो गई थी। यह जैकेट उस मिशन से जुड़ी है, जो इंसानों को पहली बार चांद पर ले गया।
अंतरिक्ष से जुड़े आर्टिफैक्ट के लिए सबसे बड़ी बोली
ऑक्शन हाउस ने बताया कि अपोलो 11 इनफ्लाइट कवरऑल जैकेट के लिए लगाई गई 2,772,500 डॉलर (करीब 22 करोड़ रुपये) की बोली किसी भी अमेरिकी अंतरिक्ष आर्टिफैक्ट के लिए लगाई गई सबसे ज्यादा कीमत है। सबसे बड़ी बोली लगाने वाले बिडर का नाम सामने नहीं आया है और उसने फोन की मदद से इसमें हिस्सा लिया। दूसरे आर्टिफैक्ट्स के मुकाबले इस जैकेट की कीमत कहीं ज्यादा लगाई गई और इसके लिए करीब 10 मिनट तक बोली लगाने का सिलसिला चला।
दूसरे आर्टिफैक्ट के लिए भी बोली लगाई गई
जैकेट के बाद दूसरी सबसे बड़ी बोली अपोलो 11 मिशन के समरी फ्लाइट प्लान के लिए लगाई गई। माना गया था कि इसके लिए एक लाख डॉलर से डेढ़ लाख डॉलर (करीब 79 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये) के बीच बोली लगाई जाएगी। बता दें, बीते दिनों NASA ने अपने अपोलो 11 मिशन की 53वीं एनिवर्सरी मनाई और इसके बारे में ब्लॉग में लिखते हुए चांद की सतह का वीडियो भी शेयर किया।
कई वजहों से खास था अपोलो 11 मिशन
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी की ओर से अपोलो 11 मिशन 16 जुलाई, 1969 को केप कैनेडी से लॉन्च किया गया था। इस मिशन के जरिए पहली बार किसी इंसान ने चांद की सतह पर कदम रखा था और लोकप्रिय अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग इसके कमांडर थे। आठ दिन लंबे इस मिशन के बाद यात्री अपने साथ करीब 47 पाउंड की मून रॉक लेकर आए थे, जिससे चांद की मिट्टी और बनावट से जुड़े प्रयोग किए जा सकें।
एक बार फिर चांद पर जाएंगे अंतरिक्ष यात्री
अंतरिक्ष एजेंसी एक बार फिर से इंसान को चांद पर भेजने की तैयारी में जुटी है। इस मिशन को आर्टिमिस मिशन नाम दिया गया है और इसके लिए एजेंसी ने अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट तैयार किया है। इसे स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) नाम से जाना जा रहा है और यह आर्टिमिस मिशन के स्पेसक्राफ्ट पार्ट को चांद पर ले जाएगा। मिशन में एक महिला और पहले गैर-श्वेत इंसान को चांद पर भेजा जाएगा।
न्यूजबाइट्स प्लस
बीते दिनों NASA ने बॉस्टन की ऑक्शन कंपनी की ओर से की जा रही चांद की मिट्टी और उसे खाने वाले तीन कॉकरोच की बिक्री पर रोक लगा दी थी। एजेंसी ने कहा था अपोलो 11 अंतरिक्ष मिशन सैंपल्स फेडरल गवर्मेंट की प्रॉपर्टी हैं।