नासा ने स्पेस-X के फाॅल्कन 9 रॉकेट से 2 लैंडर लॉन्च किए, जानिए कहां पहुंचेंगे
क्या है खबर?
निजी अमेरिकी और जापानी कंपनियों द्वारा निर्मित 2 चंद्रमा लैंडर्स को आज स्पेस-X के फाॅल्कन 9 रॉकेट से लॉन्च किया गया है। उड़ान भरने के बाद ये चंद्रमा की ओर बढ़ रहे हैं।
फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरने वाले इन लैंडर्स को रॉकेट के नोज कोन में एक के ऊपर एक स्थापित किया गया।
इसमें जापान की आईस्पेस का हाकुतो-R और अमेरिका की फायरफ्लाई एयरोस्पेस का ब्लू घोस्ट मिशन शामिल हैं।
ट्विटर पोस्ट
फाॅल्कन 9 रॉकेट से भेजा अमेरिका का लैंडर
We’ve confirmed separation. The Blue Ghost lander and its payloads continue on their voyage to the Moon. For more updates, check @Firefly_Space. pic.twitter.com/aTzYKaY0DG
— NASA (@NASA) January 15, 2025
जापान
हाकुतो-R मिशन का क्या है उद्देश्य?
जापानी अंतरिक्ष अन्वेषण कंपनी आईस्पेस का लैंडर चंद्रमा की गंदगी इकट्ठा करने और संभावित भोजन और जल स्रोतों का परीक्षण करने की क्षमता वाला एक रोवर ले जा रहा है।
अंतरिक्ष यान स्वीडिश कलाकार मिकेल जेनबर्ग द्वारा निर्मित एक छोटा लाल 'मूनहाउस' भी ले जा रहा है।
आईस्पेस मिशन के 4-5 महीनों में चंद्रमा के उत्तर में अपने गंतव्य तक पहुंचने की उम्मीद है। 2023 मिशन के अंतिम चरण में विफल होने के बाद कंपनी दूसरा प्रयास कर रही है।
अमेरिका
कितने दिन चंद्रमा पर रहेगा ब्लू घोस्ट मिशन लैंडर?
अमेरिकी कंपनी फायरफ्लाई एयरोस्पेस का यह चंद्रमा की सतह पर उतरने का पहला प्रयास है। ब्लू घोस्ट मिशन लैंडर मैरे क्रिसियम नामक क्षेत्र में उतरेगा, जो चंद्रमा का निकटतम बेसिन है।
इसे नासा के लिए 10 प्रयोग करने के लिए तैयार है, जिसमें गंदगी इकट्ठा करना और उपसतह तापमान मापना शामिल है।
लैंडर 14 दिनों या एक चंद्र दिवस तक काम करेगा अंतरिक्ष यान के लगभग 45 दिनों में पहुंचने की उम्मीद है।