प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभालेंगे इन विभागों की जिम्मेदारी, जानिए विभाग आवंटन की मुख्य बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सहयोगी दलों को लुभाने की जगह निरंतरता को प्राथमिकता दी। उन्होंने राजनाथ सिंह का रक्षा, अमित शाह का गृह, एस जयशंकर का विदेश, निर्मला सीतारमण का वित्त विभाग और नितिन गडकरी का सड़क परिवहन मंत्रालय बरकरार रखा है। हालांकि, उन्होंने मंत्रिमंडल में NDA के सहयोगी दलों को अधिक प्रतिनिधित्व देकर तालमेल बैठाने का भी प्रयास किया। आइए विभागों के बंटवारे की मुख्य बातों पर नजर डालते हैं।
सुरक्षा पर प्रमुख कैबिनेट समिति में नहीं किया कोई बदलाव
प्रधानमंत्री मोदी ने सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) की संरचना में कोई बदलाव नहीं किया है। उन्होंने राजनाथ, शाह, सीतारमण और जयशंकर को अपने पदों पर बरकरार रखा है। इसी तरह भाजपा नेता जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान और मनोहर लाल खट्टर जैसे नए चेहरों को कैबिनेट में जगह मिली है। नड्डा पहली बार स्वास्थ्य विभाग संभालेंगे। शिवराज को कृषि मंत्री और खट्टर को आवास और शहरी मामलों के साथ बिजली विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है।
कई मंत्रियों के विभागों में किया बदलाव
केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, प्रह्लाद जोशी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और किरेन रिजिजू सहित कई मंत्रियों के विभागों में बदलाव हुआ है। मांडविया को युवा मामले और खेल मंत्रालय के साथ-साथ श्रम और रोजगार मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है। जोशी अब उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग का काम संभालेंगे। सिंधिया को उत्तर पूर्वी क्षेत्र के संचार और विकास का प्रभार दिया गया है। रिजिजू अब केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पास रखे ये प्रमुख विभाग
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी खुद कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग की देखरेख करेंगे। वह किसी भी मंत्री को आवंटित न किए गए विभागों के भी प्रभारी होंगे। इसी तरह सर्बानंद सोनोवाल बंदरगाहों, जहाजरानी और जलमार्ग, भूपेन्द्र यादव पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन, अश्विनी वैष्णव सूचना और प्रसारण के अतिरिक्त रेलवे, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के रूप में कार्य करेंगे। इन सभी मंत्रियों ने पिछली सरकार में भी यही विभाग संभाले थे।
सहयोगी दलों से बने केंद्रीय मंत्री संभालेंगे ये विभाग
NDA सरकार में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा 71 मंत्री बनाए गए हैं। इनमें NDA के सहयोगी TDP, JDU, शिवसेना (शिंदे गुट) और अन्य के 11 मंत्रियों को जगह मिली है। TDP के किंजरापु राम मोहन नायडू और लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान को क्रमशः नागरिक उड्डयन और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग दिए गए हैं। जनता दल (सेक्युलर) नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम और इस्पात मंत्रालय सौंपा गया है।
सहयोगी दलों को भी आवंटित हुए विभाग
सहयोगी दलों में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के नेता जीतन राम मांझी को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय का काम सौंपा गया है। JDU नेता राजीव रंजन सिंह (ललन सिंह) को अलग से पंचायती राज मंत्रालय और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के काम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी तरह राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी को कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है।
पहली बार सांसद बने इन नेताओं को भी मिली मंत्रिमंडल में जगह
NDA सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल कई नेता पहली बार सांसद बने हैं। इनमें भाजपा के सुरेश गोपी को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (MoS) और पर्यटन राज्य मंत्री नियुक्त किया गया है। गौरतलब है कि गोपी केरल से पहले भाजपा सांसद हैं। उन्होंने त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। इसी तरह पंजाब के लुधियाना से चुनाव हारने के बाद भी रवनीत सिंह बिट्टू को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री और रेलवे राज्य मंत्री बनाया गया है।