राजस्थान: वसुंधरा राजे से बाबा बालकनाथ तक, मुख्यमंत्री पद की रेस में कौन-कौन शामिल?
क्या है खबर?
राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं और इनमें भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की है। पार्टी ने राज्य की 199 सीटों में से 115 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं विरोधी कांग्रेस मात्र 69 सीटें जीत पाई है।
चुनाव में भाजपा की जीत के बाद अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन बनेगा।
कई नेता इस रेस में बने हुए हैं। आइए इन नेताओं के बारे में जानते हैं।
#1
वसुंधरा राजे सिंधिया
2 बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकीं वसुंधरा राजे इस बार भी मुख्यमंत्री पद की प्रबल दावेदार हैं।
वे लगभग 2 दशक से राज्य में भाजपा का सबसे प्रमुख चेहरा हैं और उन्हें एक अच्छा प्रशासक माना जाता है। इसके साथ ही उनकी पार्टी के विधायकों पर अच्छी-खासी पकड़ है।
हालांकि, उनके और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं और वो कुछ समय पहले तक हाशिये पर थीं। ये बात उनके खिलाफ जा सकती है।
#2
गजेंद्र सिंह शेखावत
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री बनने के दूसरे प्रबल दावेदार हैं। उन्हें केंद्रीय नेतृत्व और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का करीबी माना जाता है और हालिया समय में राज्य में उनका कद तेजी से बढ़ा है।
माना जाता है कि 2020 में सचिन पायलट की बगावत के समय अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश करने में उनका बड़ा हाथ था।
हालांकि, वसुंधरा राजे और उनके बीच बिल्कुल नहीं बनती है।
#3
अर्जुन राम मेघवाल
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है। वे एक अच्छे प्रशासक हैं और अधिकारी रह चुके हैं।
मेघवाल दलित समुदाय से आते हैं और ये बात उनके समर्थन में जाती है। उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा 2024 लोकसभा चुनाव से पहले दलित कार्ड खेल सकती है।
उनका कम चर्चित होना भी उनके समर्थन में जाता है।
मेघवाल 2009 से बीकानेर से सांसद हैं।
#4
ओम बिरला
इस सूची में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का नाम देखकर आप चौंक सकते हैं, लेकिन वे भी राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री बनने की रेस में हैं।
बिरला राजस्थान से ही आते हैं और केंद्रीय नेतृत्व के भरोसेमंद भी हैं। वे 2014 से कोटा-बूंदी सीट से लोकसभा सांसद हैं।
अगर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व किसी वरिष्ठ और भरोसेमंद चेहरों को राज्य की कमान देना चाहता है तो बिरला उसकी पसंद हो सकते हैं।
#5
दीया कुमारी
राजकुमारी दीया कुमारी मुख्यमंत्री की रेस में एक चौंकाने वाला नाम साबित हो सकती हैं।
दीया राजसमंद सीट से लोकसभा सांसद हैं और विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने विद्याधर सीट से जीत दर्ज की है।
अगर भाजपा किसी नए और एक महिला चेहरे को आजमाना चाहती है तो दीया को मौका दिया जा सकता है।
राजस्थान विधानसभा में नेता विपक्ष रहे राजेंद्र राठौड़ भी मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल थे, लेकिन वो अपनी तारानगर सीट से चुनाव हार गए
#6, #7
जीपी जोशी और बाबा बालकनाथ
चित्तौड़गढ़ से 2 बार के सांसद सीपी जोशी भी राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं। उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में अपनी सीट पर 5.76 लाख से अधिक वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। उन्हें ओम बिरला का करीबी भी माना जाता है।
अलवर से भाजपा के सांसद बाबा बालकनाथ भी मुख्यमंत्री की रेस में हैं। उन्हें 'राजस्थान का योगी' कहा जाता है और उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा उत्तर प्रदेश जैसा दांव खेल सकती है।