राजस्थान भाजपा में फूट, कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल के खिलाफ बयान के बाद कैलाश मेघवाल निलंबित
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में फूट खुलकर सामने आ गई है। पार्टी ने आज विधानसभा के पूर्व स्पीकर कैलाश मेघवाल को निलंबित कर दिया है। दरअसल, कैलाश ने केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को 'भ्रष्टाचारी नंबर एक' बताते हुए उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। इसके बाद पार्टी ने उन्हें अनुशासनहीनता का दोषी मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर 10 दिनों के भीतर जवाब मांगा था।
मेघवाल ने कानून मंत्री को लेकर क्या कहा था?
कैलाश ने 27 अगस्त को भीलवाड़ा में एक सभा के दौरान अर्जुन मेघवाल को भ्रष्ट बताते हुए सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, "अर्जुन मेघवाल जैसे भ्रष्ट व्यक्ति को देश का कानून मंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए। जब ऐसे भ्रष्ट व्यक्ति को कानून मंत्री बनाया गया तो मैंने सबूत इकट्ठा करना शुरू किया और इसको हटाने के लिए प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है। एक भ्रष्ट व्यक्ति देश का कानून मंत्री कैसे हो सकता है।"
कैलाश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिया जवाब
कैलाश ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी को दिए नोटिस का जवाब भी सार्वजनिक किया। उन्होंने कहा कि मुझे भाजपा ने निकाला है, अब मैं चुनाव लड़ूंगा और भाजपा उम्मीदवार को हजारों वोटों से हराऊंगा। कैलाश ने लंबा-चौड़ा जवाब भी मीडिया को दिखाया, जिसमें उन्होंने पार्टी नेतृत्व से लेकर वसुंधरा राजे और अर्जुन मेघवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कैलाश ने अर्जुन पर चुनाव आयोग को झूठा हलफनामा देने का आरोप भी लगाया।
कैलाश ने कानून मंत्री पर लगाए ये आरोप
कैलाश ने कहा कि अर्जुन भ्रष्ट अफसर रहे और उन्होंने कई भ्रष्टाचार किए। उन्होंने कहा, "चूरू में कलेक्टर रहते हुए अर्जुन ने शहीद सैनिक की वीरांगना के कोटे की जमीन गलत लोगों को आवंटित की थी। इसकी शिकायत हुई और मामला दर्ज किया। 2 बार जांच हुई। कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि दबाव बनाया जा रहा है।" कैलाश ने कहा कि अर्जुन ने चुनावी हलफनामे में भ्रष्टाचार के मामले की जानकारी नहीं दी।
कैलाश बोले- वसुंधरा गुट को खत्म करने की कोशिश हो रही
पत्र में कैलाश ने लिखा, "राजस्थान में भाजपा कई गुटों में बंटी हुई है। एक गुट है जो वसुंधरा राजे को पूरी तरह अनदेखा कर रहा है। वसुंधरा राजे के समर्थकों को चुन-चुन कर बाहर किया जा रहा है। मैं वसुंधरा जी के खेमे में माना जाता हूं और वसुंधरा जी के खेमे को पूरी तरह समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। वसुंधरा राजे क्या निर्णय लेती हैं, वह जानें, लेकिन मैंने अपना निर्णय ले लिया है।"
न्यूजबाइट्स प्लस
बता दें कि कैलाश राजस्थान भाजपा में कद्दावर नेता माने जाते हैं और कई बार मंत्री, सांसद और विधायक रहे हैं। वर्तमान में भी वे भीलवाड़ा की शाहपुरा सीटे से भाजपा के विधायक हैं। उदयपुर में जन्मे कैलाश ने राजस्थान विश्वविद्यालय से LLB की पढ़ाई की है और वे उदयपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से की थी और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे हैं।