विधानसभा चुनाव: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के खिलाफ केस दर्ज, मणिपुर में मतदान की तारीखें बदलीं
उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुरादाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी रिजवान कुरैशी के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना था कि कुरैशी ने चुनाव प्रचार के लिए घर-घर जाकर प्रचार करने की अनुमति ली थी, लेकिन उन्होंने रोड शो किया। कुरैशी के प्रचार अभियान में प्रियंका गांधी शामिल हुई थीं और उन्हें देखने के लिए सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी, जिससे कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ। पुलिस ने रोड शो के वीडियो और फोटो जुटा लिए हैं।
प्रशासन ने क्या कहा?
अमर उजाला के अनुसार, सिटी मजिस्ट्रेट एमपी सिंह ने कहा कि शहर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रिजवान कुरैशी ने प्रियंका गांधी के साथ ईदगाह चौराहे से बारादरी तक जनसंपर्क की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्होंने जनसंपर्क न कर रोड शो किया था। इससे आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है। पुलिस ने बिना अनुमति रोड शो करने और महामारी से बचाव के नियमों का उल्लंघन करने पर कुरैशी के खिलाफ FIR दर्ज की है।
कुरैशी ने पूछा- भाजपा नेताओं के खिलाफ क्यों दर्ज नहीं होते मामले?
अपने खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए रिजवान कुरैशी ने सवाल उठाया कि भाजपा नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज क्यों नहीं होते। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा डरी हुई है इसलिए ऐसे कदम उठा रही है।
उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान संपन्न
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में गुरुवार को 11 जिलों की 58 सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ मतदान छिटपुट घटनाओं के बाद शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। शाम छह बजे तक कुल 60.17 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। इसके साथ ही नौ मंत्रियों सहित कुल 623 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद हो गई। अब 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को आगामी चरणों के लिए वोट डाले जाएंगे।
मणिपुर में बदलीं मतदान की तारीखें
चुनाव आयोग ने गुरुवार को मणिपुर विधानसभा चुनाव की तारीखों में बदलाव किया है। पहले यहां 27 फरवरी को पहले और 3 मार्च को दूसरे चरण का मतदान होना था, लेकिन अब 28 फरवरी को पहले और 5 मार्च को दूसरे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। आयोग ने कहा कि पहले की घटनाओं, लॉजिस्टिक चुनौतियों, जमीनी स्थिति और दूसरे कारणों को ध्यान में रखते हुए मतदान की तारीखों में बदलाव किया है।
पंजाब में भी बदली गई थी तारीख
मणिपुर से पहले चुनाव आयोग ने पंजाब में भी मतदान की तारीख में बदलाव किया था। सभी राजनीतिक पार्टियों की तरफ से आई मांग को देखते हुए आयोग ने राज्य में मतदान की तारीख को 14 फरवरी से बदलकर 20 फरवरी कर दिया था।