चुनावी चक्कर: कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए, एक सप्ताह बाद वापस कांग्रेस में लौटे पंजाब विधायक
क्या है खबर?
विधानसभा चुनावों को करीब आता देख कई नेताओं ने पार्टी बदलना शुरू कर दिया है।
इसी क्रम में पंजाब के हरगोबिंदपुर से कांग्रेस विधायक बलविंदर सिंह लड्डी छह दिन पहले भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन सिर्फ एक सप्ताह बाद ही उन्होंने दोबारा से कांग्रेस में घर वापसी कर ली है।
कल रात कांग्रेस पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा की मौजूदगी में वे कांग्रेस में वापस लौट आए।
चुनाव
बलविंदर को मिल रही थीं भाजपा में शामिल होने पर बधाईयां
चुनाव नजदीक आते ही पंजाब में राजनीतिक चहलकदमी बढ़ गई है।
भाजपा में शामिल होने के बाद से ही बलविंदर सिंह लड्डी को ट्विटर पर बधाई संदेश मिल रहे थे। उन्होंने कुछ संदेशों को रीट्वीट भी किया था, लेकिन हफ्ते भर में ही उन्होंने कांग्रेस में वापसी कर ली।
वहीं कांग्रेस के एक दूसरे विधायक फतेह जंग सिंह बाजवा भी भाजपा में शामिल हुए हैं। फतेह जंग कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद प्रताप बाजवा के भाई हैं।
कोशिश
चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो सकते हैं कई और नेता
भाजपा नेताओं का दावा है कि चुनाव से पहले कांग्रेस और अकाली दल के कई अन्य नेताओं की भी भाजपा में शामिल होने की उम्मीद है।
पंजाब में भाजपा अबतक अपने पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ती थी, लेकिन 2020 में कृषि कानूनों को लेकर भाजपा और शिरोमणि अकाली दल का गठबंधन टूट गया था।
ऐसे में भाजपा अब अमरिंदर सिंह की पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनावी ताल ठोक रही है।
जोर
अमरिंदर सिंह के साथ मिलकर जोर लगा रही है भाजपा
पंजाब चुनावों के लिए भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ गठबंधन किया है।
अमरिंदर इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री थे, लेकिन जब कांग्रेस हाईकमान ने उनकी जगह चरणजीत सिंह चन्नी को राज्य की कमान सौंपी तो अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी थी।
NDTV के अनुसार, कांग्रेस छोड़ने के बाद अमरिंदर सिंह ने अपनी अलग पार्टी, पंजाब लोक कांग्रेस, बनाई और अब वे भाजपा के साथ गठबंधन कर आगामी पंजाब विधानसभा चुनावों में उतरेंगे।
टक्कर
आम आदमी पार्टी भी पूरे दमखम से लड़ रही है चुनाव
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी भी पूरे दमखम के साथ पंजाब विधानसभा चुनावों में उतर रही है।
हाल ही में चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों में मिली सफलता के बाद से पार्टी के हौसले बढ़ गए हैं।
केजरीवाल ने महिलाओं को लुभाने के लिए राज्य की सभी महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपये देने का वादा किया है। पार्टी ने अच्छी और मुफ्त शिक्षा देने का भी वादा किया है।