छत्तीसगढ़: कांग्रेस हाईकमान कहे तो मुख्यमंत्री पद छोड़ने को तैयार- भूपेश बघेल
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ के कांग्रेस मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि अगर पार्टी हाईकमान कहे तो वह मुख्यमंत्री का पद छोड़ने को तैयार हैं। दिल्ली में 10 जनपथ पर पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने ये बात कही।
अटकलें हैं कि उन्हें विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश में कोई अहम भूमिका दी जा सकती है।
उन्होंने अपने बयान में भी इसका संकेत देते हुए कहा कि वे उत्तर प्रदेश में जिम्मेदारी संभालने को भी तैयार हैं।
बयान
पार्टी हाईकमान के हने पर ली थी शपथ- बघेल
प्रियंका के साथ बैठक के बाद ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलों का जवाब देते हुए बघेल ने कहा, "हाईकमान ने मुझसे शपथ लेने को कहा था, इसलिए मैंने शपथ ली। जब वे कहेंगे कि कोई और मुख्यमंत्री बनेगा तो ऐसा ही होगा। इस तरह के समझौते गठबंधन की सरकार में होते हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पास दो-तिहाई बहुमत है।"
उन्होंने साफ किया कि उन्होंने सोनिया गांधी नहीं बल्कि प्रियंका गांधी से मुलाकात की।
बयान
बघेल बोले- उत्तर प्रदेश में जिम्मेदारी संभालने को तैयार
उत्तर प्रदेश में जिम्मेदारी मिलने के सवाल पर बघेल ने कहा, "मैंने प्रियंका गांधी जी से मुलाकात की, अब पीएल पुनिया जी से मिलना है। यदि हाईकमान मुझे आने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव में जिम्मेदारी देता है तो मैं इसके लिए तैयार हूं।"
बयान
छत्तीसगढ़ के प्रभारी ने भी किया साफ- ऐसा कोई फॉर्मूला नहीं
छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पूनिया ने भी कहा कि छत्तीसगढ़ में ढाई साल के बाद मुख्यमंत्री बदलने का कोई फॉर्मूला नहीं है।
उन्होंने कहा, "जैसा की बघेल जी ने भी साफ किया, इस तरह का कोई फॉर्मूला नहीं है। इस तरह के फॉर्मूले की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि कांग्रेस पार्टी के पास छत्तीसगढ़ में तीन-चौथाई बहुमत है। इस तरह की चीजें गठबंधन की सरकारों में होती हैं। छत्तीसगढ़ में सरकार तीन-चौथाई बहुमत के साथ चल रही है।"
बैठक
एक घंटे से अधिक समय तक चली प्रियंका और बघेल की बैठक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रियंका गांधी और बघेल के बीच बैठक एक घंटे से अधिक समय तक चली। बैठक के दौरान वरिष्ठ नेता पवन बंसल भी मौजूद रहे।
प्रियंका के बाद बघेल पीएल पूनिया से भी मिले और उनके महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलने की भी संभावना है।
पहले बघेल की सोनिया गांधी के साथ मुलाकात की अटकलें थीं और इसी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की अटकलों को जन्म दिया था।
आपसी झगड़ा
आंतरिक कलह से जूझ रही हैं कांग्रेस की कई प्रदेश इकाईयां
बता दें कि अपने सबसे मुश्किल समय से गुजर रही कांग्रेस की कई प्रदेश इकाइयों में आंतरिक कलह चल रही है।
इनमें सबसे प्रमुख पंजाब है यहां मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू आमने-सामने हैं। गांधी परिवार इस कलह को सुलझाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।
इसके अलावा हरियाणा में भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के खेमों के बीच गुटबाजी बढ़ गई है।
राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट पहले से ही आमने-सामने हैं।