उत्तर प्रदेश में भाजपा को झटका, मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और तीन अन्य विधायकों का इस्तीफा
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी सत्ताधारी भाजपा को मंगलवार को बड़ा झटका लगा है।
राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रिमंडल के साथ ही पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
इतना ही नहीं इस्तीफा देने के बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) का दामन भी थाम लिया है।
इसके कुछ देर बाद ही भाजपा के तीन अन्य विधायकों ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
इस्तीफा
मौर्य ने राज्यपाल को भेजा अपना इस्तीफा
श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री मौर्य ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा भेजा है।
इस्तीफे में उन्होंने लिखा, 'श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है, लेकिन दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे, लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों के प्रति घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण मैं उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।'
बयान
"भाजपा ने नहीं सुनी मेरी आवाज"
इस्तीफे के बाद मंत्री मौर्य ने कहा, "मेरे बसपा छोड़ने से पहले वह नम्बर एक पार्टी थी, लेकिन वह अब कहीं नहीं है। भाजपा में शामिल होने के बाद वह 14 साल के वनवास से निकली और सरकार बनाई।"
उन्होंने कहा, "उन्होंने लोगों के खिलाफ काम किया। मैंने कई बार असंतोष जताया, लेकिन मेरी कभी नहीं सुनी गई। नतीजा मुझे इस्तीफा देना पड़ा।"
इधर, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उनसे फैसले पर पुनर्विचार की अपील की है।
ट्वीट
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दी मौर्य के सपा में शामिल होने की जानकारी
मंत्री मौर्य ने इस्तीफा देने के बाद भाजपा को छोड़ते हुए सपा का दामन थाम लिया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
उन्होंने मौर्य के साथ अपनी एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, 'सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता स्वामी प्रसाद मौर्य जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन।'
अन्य
इन विधायकों ने भी दिया है इस्तीफा
मंत्री मौर्य के इस्तीफे के बाद तीन अन्य विधायकों ने भी भाजपा से इस्तीफा दिया है।
इनमें बांदा जिले की तिंदवारी विधानसभा से विधायक ब्रजेश प्रजापति, शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधायक रोशनलाल वर्मा और कानपुर के बिल्हौर से विधायक भगवती सागर शामिल हैं। इन तीनों के भी जल्द ही सपा में शामिल होने की उम्मीद है।
विधायक रोशनलाल ने कहा कि योगी सरकार उनकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं की। इस कारण उन्हें यह निर्णय लेना पड़ा।
जानकारी
कई दिनों से अखिलेश यादव के संपर्क में थे मौर्य
पिछले कई दिनों से चर्चा चल रही थी कि स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा का दामन छोड़कर सपा में जा सकते हैं। इस मामले को खुद अखिलेश यादव देख रहे थे और बातें उनके स्तर पर हो रही थी। अब उन्हें सफलता भी मिल गई है।
पृष्ठभूमि
बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे मौर्य
बता दें कि मौर्य साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले 2016 में बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
वह बसपा सरकार में मंत्री भी रहे थे , लेकिन उसके बाद भी वह मायावती को छोड़कर भाजपा में चले गए थे।
पिछड़ी जाति के नेता माने जाने वाले मौर्य की भाजपा में एंट्री से पार्टी को बड़ा फायदा मिला था, लेकिन अब उनका सपा में जाना भगवा पार्टी के लिए झटका माना जा रहा है।
चुनाव
उत्तर प्रदेश में कब होंगे विधानसभा चुनाव?
चुनाव आयोग की ओर से घोषित किए गए कार्यक्रम के अनुसार उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे।
इसके तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे। इसके बाद उत्तर प्रदेश और चार अन्य राज्यों की मतगणना 10 मार्च को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे।
राज्य में भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा, आम आदमी पार्टी (AAP) सहित कई अन्य प्रमुख दल मैदान में हैं।
इस्तीफा
गोवा के मंत्री भी दे चुके हैं भाजपा से इस्तीफा
बता दें कि सोमवार को गोवा सरकार के मंत्री और भाजपा विधायक माइकल लोबो ने भी मंत्रिमंडल के साथ ही विधानसभा और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
उन्होंने इस्तीफा देने के बाद कहा था, "भाजपा अब आम लोगों की पार्टी नहीं रही। मैंने (मंत्री और विधायक) दोनों पदों से इस्तीफा दे दिया है। मैं देखूंगा कि आगे क्या कदम उठाना है। मैंने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। मैं अन्य दलों से बातचीत कर रहा हूं।"