पंजाब कांग्रेस में आंतरिक कलह के बीच प्रियंका गांधी से मिले नवजोेत सिंह सिद्धू
क्या है खबर?
पंजाब कांग्रेस में आंतरिक कलह के बीच नवजोत सिंह सिद्धू आज दिल्ली में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी से मिले। बैठक के बाद उन्होंने इस मुलाकात की तस्वीर भी ट्वीट की और लिखा कि उनकी बैठक लंबी रही।
बैठक में क्या बातचीत हुई, ये अभी स्पष्ट नहीं है।
खबर है कि इस बैठक के बाद प्रियंका ने राहुल गांधी के साथ बैठक की और अब वे पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंची हैं।
विरोधाभासी बयान
राहुल ने किया था कोई भी बैठक होने से इनकार
गौरतलब है कि सिद्धू ने हाल ही कहा था कि वह गांधी परिवार से मिलने दिल्ली जा रहे हैं। हालांकि उनके इस दावे को राहुल गांधी ने खारिज किया था।
कल इस संबंध में सवाल पूछे जाने पर राहुल ने कहा था, "ऐसी कोई बैठक नहीं है। मुझे नहीं पता आप किस बारे में बात कह रहे हैं।"
आज बैठक के समय भी राहुल मौजूद नहीं थे और प्रियंका ने उनसे अलग से बैठक की।
आंतरिक कलह
आंतरिक कलह को सुलझाने के लिए आगे आए हैं राहुल और प्रियंका
बता दें कि राहुल और प्रियंका पंजाब कांग्रेस की आतंरिक कलह को सुलझाने के लिए आगे आए हैं ताकि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को एकजुट किया जा सके।
राज्य में सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच टकराव चल रहा है और पार्टी दो खेमों में बंटी हुई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल बीते दिनों में पंजाब के कई नेताओं से मुलाकात भी कर चुके हैं।
टकराव
इन मुद्दों को लेकर अमरिंदर पर हमलावर है सिद्धू
2019 में कम महत्व वाला पद मिलने के कारण मंत्री पद छोड़ने वाले सिद्धू का तभी से अमरिंदर सिंह के साथ टकराव चल रहा है।
हालिया समय में उन्होंने सिखों के पवित्र ग्रंथ के अपमान के मामले में पंजाब सरकार की कानूनी हार और शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस की फायरिंग को लेकर अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा था।
उनका आरोप है कि अमरिंदर सरकार ने मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए।
आरोप
अमरिंदर से सिद्धू पर लगाया पार्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप
अमरिंदर सिंह ने भी सिद्धू पर पलटवार किया है और पार्टी से उनकी अनुशासनहीनता की शिकायत की है। सिंह ने सिद्धू पर पार्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप भी लगाया है।
इन आरोपों पर सिद्धू ने कहा था, "धर्म ग्रंथों के अपमान का मुद्दा उठाना पार्टी को नुकसान पहुंचाना है? हर विधायक इस मुद्दे को उठा रहा है। सभी 78 विधायक मेरे साथ हैं।"
उन्होंने कहा है कि अगर सिंह अपने वादे पूरे कर दें तो वह चुप हो जाएंगे।
पैनल
पैनल ने दिया है पार्टी और सरकार में बदलाव का सुझाव
इस विवाद को सुलझाने के लिए कांग्रेस शीर्ष नेतत्व ने एक तीन सदस्यीय पैनल भी बनाया है जिसने पंजाब के सभी विधायकों और सांसदों से फीडबैक लिया था। फीडबैक के बाद इस पैनल न राज्य सरकार और पार्टी में कुछ बदलावों का सुझाव दिया था।
इस पैनल के दौरे के बाद हाल ही में अमरिंदर खुद भी गांधी परिवार से मिलने दिल्ली आए थे, लेकिन शीर्ष नेतृत्व उनसे नहीं मिला और उन्हें पैनल से मिलकर वापस लौटना पड़ा।