राहुल गांधी फिर बन सकते हैं कांग्रेस अध्यक्ष, कमान संभालने पर करेंगे विचार
राहुल गांधी एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष बन सकते हैं। शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कई नेताओं ने इसकी मांग की थी, जिसके बाद उन्होंने अध्यक्ष बनने के संकेत दिए हैं। राहुल ने कहा कि वो अध्यक्ष बनने पर विचार करेंगे। बैठक में शामिल हुईं अंबिका सोनी ने कहा कि हर कोई राहुल गांधी के नाम पर सहमत हैं। अध्यक्ष बनने या न बनने का फैसला उन्हें लेना है। सभी चाहते हैं कि वे पार्टी की कमान संभालें।
अगले साल हो सकता है अध्यक्ष पद के लिए चुनाव
NDTV के अनुसार, कार्यसमिति की बैठक में पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों के अलावा पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भी राहुल से वापस पार्टी की कमान संभालने की अपील की। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने राहुल गांधी से अभी कांग्रेस प्रमुख बनने की मांग की। इस पर राहुल गांधी ने विचार करने की बात कही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस प्रमुख के लिए अगले साल सितंबर तक संगठनात्मक चुनाव हो सकता है।
राहुल ने 2019 में छोड़ी थी कुर्सी
2017 में सोनिया गांधी ने 19 साल बाद कांग्रेस प्रमुख का पद छोड़ा था और यह जिम्मेदारी राहुल गांधी को दी गई थी। लगभग दो साल तक राहुल पार्टी के प्रमुख रहे, लेकिन 2019 में उनके नेतृत्व में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद राहुल ने पद छोड़ने की घोषणा करते हुए कहा था कि पार्टी का अगला अध्यक्ष नेहरू और गांधी परिवार से बाहर का होना चाहिए।
सोनिया का संदेश- मीडिया के जरिये बात करने की जरूरत नहीं
बैठक की शुरुआत में सोनिया गांधी ने कहा, "मैं हमेशा स्पष्टता की पक्षधर रही हूं। मुझसे मीडिया के जरिये बात करने की जरूरत नहीं है। हम सब स्वतंत्र और ईमानदार बातचीत करते हैं, लेकिन इस कमरे सो बाहर क्या कहा जाएगा, यह कार्यसमिति का सामूहिक निर्णय होगा।" उन्होंने बैठक में बताया कि उनके सहकर्मी, खासतौर पर युवा नेता पार्टी की नीतियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए नेतृत्व में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
सोनिया ने खुद को बताया पूर्णकालिक अध्यक्ष
शनिवार की बैठक में सोनिया गांधी ने साफ किया कि वो पार्टी की पूर्णकालिक अध्यक्ष के तौर पर काम कर रही हैं। गांधी ने कहा, "2019 में जब कांग्रेस कार्यसमिति ने मुझे अध्यक्ष पद संभालने को कहा था, तब से मैं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष हूं। हम 30 जून को एक नियमित अध्यक्ष चुनने के लिए रोडमैप तैयार करने वाले थे, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण इस समयसीमा को बदलना पड़ा।"
सोनिया ने नेताओं को बताई स्व-नियंत्रण और अनुशासन की जरूरत
उन्होंने कहा कि संगठन फिर से कांग्रेस को खड़ा करना चाहता है। इसके लिए पार्टी के हितों को सबसे ऊपर रखने और एकता की जरूरत है। सबसे ज्यादा स्व-नियंत्रण और अनुशासन की जरूरत है। आगामी विधानसभा चुनावों की बात करते हुए उन्होंने कहा, "इनकी तैयारियां पहले से शुरू हो चुकी हैं। हमारे सामने कई चुनौतियां हैं, लेकिन अगर अनुशासन और एकता में रहकर पार्टी की भलाई पर ध्यान दे रहे हैं तो हम अच्छा करेंगे।"
कोरोना महामारी के बाद कांग्रेस की पहली फिजिकल बैठक
कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत के बाद से यह पहली बार था, जब कांग्रेस कार्यसमिति ने आमने-सामने बैठकर बातचीत की है। शनिवार की बैठक में कार्यसमिति के करीब 57 नेता शामिल हुए थे। कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं का धड़ा लंबे समय से कार्यसमिति की बैठक बुलाने और संगठनात्मक बदलाव की मांग कर रहा था। कांग्रेस ने अगले साल सितंबर तक संगठनात्मक बदलाव की समयसीमा तय की है, जिस पर अगले महीने से काम शुरू हो जाएगा।