
व्हाट्सऐप ने ऐपल डिवाइस के 'जीरो-क्लिक' बग को किया ठीक, जानिए क्या था खतरा
क्या है खबर?
व्हाट्सऐप ने iOS और मैक ऐप की एक गंभीर सुरक्षा खामी को ठीक कर दिया है, जिसका उपयोग ऐपल के डिवाइसों को हैक करने में किया जा रहा था। मेटा के स्वामित्व वाली मैसेजिंग प्लेफॉर्म ने कहा कि CVE-2025-55177 नाम के इस बग को हाल ही के ऐप अपडेट में ठीक किया गया है। यह एक अन्य बग CVE-2025-43300 से जुड़ी थी। दोनों कमजोरियां मिलकर किसी लिंक या ऐप को खोले बिना डिवाइस को हैकिंग के सुलभ बना देती हैं।
शुरुआत
कब हुए थे स्पाइवेयर हमले?
एमनेस्टी इंटरनेशनल की सिक्योरिटी लैब ने कहा कि स्पाइवेयर हमले मई के अंत से ही जारी थे। एक बार इस्तेमाल होने के बाद इस सीरीज ने हैकर्स को निजी व्हाट्सऐप मैसेज सहित संवेदनशील डाटा तक पहुंचने की अनुमति दे दी। मेटा ने कहा कि उसने इस गतिविधि का कई सप्ताह पहले ही पता लगा लिया था और 200 से भी कम प्रभावित यूजर्स को सूचित किया था। कंपनी ने यह घटना पिछले सरकारी स्पाइवेयर अभियानों से मिलती-जुलती थी।
सर्विलांस
सर्विलांस कंपनियों के निशाने पर रहा है व्हाट्सऐप
व्हाट्सऐप का सर्विलांस कंपनिओं द्वारा निशाना बनाए जाने का इतिहास रहा है। 2019 में स्पाइवेयर निर्माता NSO ग्रुप ने पेगासस स्पाइवेयर स्थापित करने के लिए इसी तरह के जीरो-डे का फायदा उठाया। इसके कारण एक अमेरिकी अदालत ने NSO को व्हाट्सऐप को 16.7 करोड़ डॉलर (करीब 1,452 करोड़ रुपये) का हर्जाना देने का आदेश दिया। इस साल की शुरुआत में उसने इटली में पत्रकारों को निशाना बनाने वाले पैरागॉन स्पाइवेयर का इस्तेमाल करने वाले अभियान को भी बाधित किया था।