
कपिल सिब्बल बोले- अपने इतिहास के सबसे निचले स्तर पर कांग्रेस, 24x7 नेतृत्व की जरूरत
क्या है खबर?
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने गुरूवार को कहा कि कांग्रेस अपने इतिहास के सबसे निचले स्तर पर है और 2014 और 2019 के चुनाव इस बात को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी को इस समय 24x7 सक्रिय रहने वाले नेतृत्व की जरूरत है।
बता दें कि सिब्बल कांग्रेस के उन 23 वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में बड़े सुधारों की मांग की है।
इंटरव्यू
सिब्बल बोले- किसी को छोटा साबित करने की कोशिश नहीं
पत्र लिखने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में 'हिंदुस्तान टाइम्स' से बात करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा, "अगर लोगों की इस पत्र तक पहुंच होगी तो उन्हें पता चलेगा कि ये गांधी परिवार समेत किसी को छोटा साबित करने की कोशिश नहीं है, बल्कि हमने अब नेतृत्व द्वारा दी गई सेवाओं की प्रशंसा की है।"
उन्होंने कहा, "हमारी मंशा पार्टी का पुनरुद्धार करने की है। हम इसके पुनरुद्धार में सहयोगी बनना चाहते हैं।"
बयान
कांग्रेस अपने सबसे निचले स्तर पर- सिब्बल
सिब्बल ने कहा, "ये कांग्रेस की विरासत और पार्टी संविधान के प्रति हमारी निष्ठा है। कांग्रेस को एक ऐसी सरकार के खिलाफ बाकियों को एकजुट करने की जरूरत है जिसने भारतीय गणतंत्र की नींव को तबाह कर दिया है।"
अपनी पार्टी की मौजूदा स्थिति पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी अपने इतिहास के सबसे निचले स्तर पर है और 2014 और 2019 के चुनाव इस बात को दर्शाते हैं।"
आरोप
सिब्बल बोले, बैठक में गद्दार शब्द का प्रयोग किया गया
पत्र को लेकर हुई कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक पर सिब्बल ने कहा, "अगर बैठक में पत्र की सामग्री बांटी गई होती तो वहां मौजूद सभी लोगों को अहसास होता कि पत्र कांग्रेस को मजबूत और पुनर्जीवित करने के लिए है। बैठक में मौजूद एक शख्स ने गद्दार शब्द का भी प्रयोग किया। मैं आशा करता हूं कि बैठक में मौजूद लोगों ने उन्हें फटकार लगाई होगी। मैं चकित हूं कि उच्च स्तर पर ऐसी भाषा का प्रयोग किया गया।"
बयान
जतिन प्रसाद को निशाना बनाए जाने पर बोले सिब्बल- चापलूसों का काम
इंटरव्यू में सिब्बल ने उत्तर प्रदेश की एक जिला कार्यसमिति में पत्र लिखने वाले नेताओं में शामिल जतिन प्रसाद को निशाना बनाए जाने पर भी नाखुशी जाहिर की।
उन्होंने कहा, "ये एक चापलूस का हमला है या उन लोगों को हतोत्साहित करने की कोशिश है जिनकी आत्मा ने उन्हें बोलने को मजबूर किया है। ये बेहद चिंता का विषय है कि इस बात के ऑडियो और वीडियो हैं कि प्रसाद को किसी बड़े नेता के आदेश पर निशाना बनाया गया।"
बयान
"हम दिल से कांग्रेसी"
क्या उन्हें भी निशाना बनाए जाने का डर लगता है, इस सवाल के जबाव में सिब्बल ने कहा, "हमें कोई डर नहीं है। हम दिल से कांग्रेसी हैं और बिना डर के कांग्रेस रहेंगे।"
मांग
पत्र में लिखी गई हैं ये मांगे
बता दें कि पत्र लिखने वाले नेताओं में सिब्बल के अलावा गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और शशि थरूर जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। इस पत्र में पार्टी की मौजूदा स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए ऐसे नेतृत्व की जरूरत बताई गई है जो सक्रिय भी हो और दिखे भी।
पत्र में में राज्य इकाइयों के सशक्तिकरण, पार्टी हर स्तर पर चुनाव और एक केंद्रीय संसदीय बोर्ड के तत्काल गठन समेत कई सुधारों की मांग की गई है।