नागरिकता कानून पर प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा बयान, कहा- CAA के फैसले पर कायम
देशभर में नागरिकता कानून (CAA) के जबरदस्त विरोध के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इसे लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि तमाम विरोध के बावजूद सरकार CAA के अपने फैसले पर कायम है और रहेगी। प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से ये बयान ऐसे समय पर आया है जब इसी हफ्ते गृह मंत्री अमित शाह ने CAA विरोधियों से बातचीत के लिए तैयार होने की बात कही थी।
क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी?
वाराणसी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "सालों से भारत अनुच्छेद 370 को हटाने और CAA लाने जैसे फैसलों को इंतजार कर रहा था। देश के हित के लिए ये जरूरी थे। दबाव के बावजूद हम अपने इन फैसलों पर कायम रहे और रहेंगे।" उन्होंने कहा, "दुनिया के कई कोनों से कड़े विरोध के बावजूद हमने ये दोनों फैसले लिए। हम अपने फैसलों के प्रति समर्पित हैं और हम उनके साथ कायम रहेंगे।"
अमित शाह भी कह चुके हैं CAA वापस नहीं लेगी सरकार
प्रधानमंत्री मोदी से पहले गृह मंत्री अमित शाह भी साफ कर चुके हैं कि सरकार CAA के अपने फैसले पर अडिग है और इसे वापस नहीं लेगी। हालांकि इसी हफ्ते उन्होंने CAA के विरोधियों से बातचीत के लिए तैयार होने की बात कही थी। एक समिट में बोलते हुए उन्होंने कहा था, "जिसे भी CAA से दिक्कत है वे मेरे ऑफिस में बात करके समय लें। समय लेने के तीन दिन के भीतर मैं उनसे मिलूंगा और बातचीत करुंगा।"
शाह से मिलने पैदल मार्च करने वाली थीं शाहीन बाग की महिलाएं
अमित शाह के इस प्रस्ताव के बाद शाहीन बाग में धरने पर बैठी महिलाओं ने आज उनसे मिलने के लिए उनके घर तक पैदल मार्च करने की योजना बनाई थी। हालांकि पुलिस से इसकी इजाजत नहीं मिली, जिसके बाद उन्होंने मार्च को टालने का फैसला किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे शांति चाहते हैं और इसलिए नियमों के अनुसार चलते हुए पुलिस की अपील पर मार्च रोक दी। उनके अनुसार, पुलिस ने उन्हें शाह से मिलाने का आश्वासन दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया 1200 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास
एक दिन के वाराणसी दौरे पर आए प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान 1254 करोड़ रुपये की 50 परियोजनाओं को शिलान्यास किया। उन्होंने वीडियो लिंक के जरिए 'महाकाल एक्सप्रेस' को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 63 फुट की एक प्रतिमा को भी देश के सुपुर्द किया। ये देश में उपाध्याय की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इसके अलावा उन्होंने 430 बेड के एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का भी अनावरण किया।
क्यों हो रहा है CAA का विरोध?
पिछले साल दिसंबर में संसद से पारित हुए CAA में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत आने वाले हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, ईसाई और पारसी धर्म के लोगों को आसानी से भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। मुस्लिमों को इस कानून से बाहर रखने के कारण इसका विरोध हो रहा है और इसे देश के धर्मनिरपेक्ष चरित्र के खिलाफ बताया जा रहा है। इसी कारण इसका देशभर में जबरदस्त विरोध हो रहा है।