दिल्ली: अरविंद केजरीवाल ने लगातार तीसरी बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, सभी पुराने मंत्री बरकरार
आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने आज ऐतिहासिक रामलीला मैदान में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ये लगातार तीसरी बार है जब केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। वे सबसे पहले 2013 में मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद 2015 में भी वे दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। केजरीवाल के साथ पुरानी कैबिनेट के छह मंत्रियों ने भी शपथ ली। किस मंत्री को कौन सा मंत्रालय दिया जाएगा, अभी इसकी घोषणा नहीं हुई है।
केजरीवाल और AAP के लिए बेहद महत्व रखता है रामलीला मैदान
रामलीला मैदान अरविंद केजरीवाल के लिए एक प्रतीकात्मक महत्व रखता है। 2011 में इसी मैदान पर अन्ना हजारे के नेतृत्व में जन लोकपाल आंदोलन हुआ था जिसके एक अहम कर्ताधर्ता केजरीवाल थे। इसी आंदोलन से उन्हें देशभर में पहचान मिली थी। बाद में आंदोलन से रास्ता न निकलते देख वे राजनीति में आ गए और AAP बना ली। अपने राजनीतिक जीवन में रामलीला मैदान के इसी महत्व को दर्शाते हुए 2013 और 2015 में भी उन्होंने यहीं शपथ ली थी।
इन नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ
रामलीला मैदान में लोगों के हुजूम के बीच उपराज्यपाल अनिल विज ने दोपहर 12:15 बजे के करीब केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। उनके बाद मनीष सिसोदिया ने मंत्री पद की शपथ ली। उनका इस बार भी उप मुख्यमंत्री बनना तय नजर आ रहा है। इसके अलावा गोपाल राय, इमरान हुसैन, राजेंद्र पाल गौतम और कैलाश गहलोत को भी उपराज्यपाल ने मंत्री पद की शपथ दिलाई। सभी मंत्रियों की जिम्मेदारियों में मामूली फेरबदल हो सकती है।
पिछली सरकार में मनीष सिसोदिया के पास थे सबसे ज्यादा मंत्रालय
पिछली AAP सरकार में मनीष सिसोदिया के पास सबसे ज्यादा 11 विभागों की जिम्मेदारी थी। इनमें शिक्षा और वित्त जैसे अहम विभाग शामिल थे। वहीं सत्येंद्र जैन को गृह, स्वास्थ्य और बिजली और अशोक गहलोत को परिवहन, कानून और राजस्व जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी दी गई थी। अन्य मंत्रियों की बात करें तो गोपाल राय के पास श्रम और रोजगार, इमरान हुसैन के पास खाद्य आपूर्ति और राजेंद्र पाल गौतम के पास सामाजिक कल्याण आदि विभाग थे।
केजरीवाल के पास था केवल जल विभाग
वहीं अगर अरविंद केजरीवाल की बात करें तो पिछली सरकार में उन्होंने केवल जल विभाग अपने पास रखा था। इसके अलावा मुख्यमंत्री होने के नाते बाकी मंत्रियों के कामकाज पर नजर रखना भी उनका काम था।
कैबिनेट में किसी महिला को जगह न मिलने पर सवाल
AAP सरकार की कैबिनेट में किसी भी महिला को जगह न मिलने पर कई सवाल भी उठ रहे हैं, विशेषकर ये देखते हुए कि उनकी शिक्षा टीम का अहम चेहरा रहीं आतिशी इस बार जीत कर विधानसभा आई हैं। इस पर सिसोदिया ने कहा, "अगर अरविंद केजरीवाल जी सोचते हैं कि उसी कैबिनेट को बरकरार रखना है तो इसमें कुछ गलत नहीं है। लोग कैबिनेट के काम से खुश हैं और हम काम के आधार पर चुनाव जीते हैं।"
शपथ ग्रहण के बाद केजरीवाल ने दिया भाषण
शपथ ग्रहण समारोह के बाद भाषण देते हुए केजरीवाल ने कहा कि ये दिल्ली की महिलाओं, युवाओं और छात्रों की जीत है। उन्होंने कहा कि अब वो किसी पार्टी के नहीं बल्कि पूरी दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं और कोई भी उनके पास कार्य कराने के लिए आ सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार का कार्य लोगों को शिक्षा, अस्पताल और अन्य सुविधाएं प्रदान करना है। उन्होंने 'हम होंगे कामयाब एक दिन' गाने के साथ अपने भाषण का अंत किया।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए ये लोग
शपथ ग्रहण के दौरान AAP सरकार के पहले कार्यकाल के कामकाज में सहयोग करने वाले 50 लोगों को मंच पर जगह दी गई। इसके अलावा AAP लोकसभा सांसद भगवंत मान, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और भाजपा के विधायक भी इस समारोह में मौजूद रहे। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा था लेकिन वे अपने अन्य कार्यक्रमों के कारण इसमें शामिल नहीं हो पाए।
प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर रही है AAP
बता दें कि 11 फरवरी को आए दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में AAP ने प्रचंड जीत हासिल की थी। पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए सत्ता में वापसी की है। वहीं दो दशक बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की कोशिशों में लगी भाजपा को मात्र आठ सीटें मिलीं। कांग्रेस इस बार भी खाता खोलने में नाकामयाब रही। AAP को लगभग 54 प्रतिशत वोट मिले हैं।