दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी दुष्यंत की पार्टी, बताई यह वजह
क्या है खबर?
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार चला रही दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी।
JJP से पहले भाजपा की पुरानी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने भी चुनावों से दूरी बना ली थी। पार्टी का कहना था कि वह नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में भाजपा के साथ चुनाव नहीं लड़ रही है।
ऐसे में JJP का भी चुनाव से दूर रहने कई सवाल खड़े कर रहा है।
चर्चाएं
12 सीटों पर चुनाव लड़ने की चल रही थी बात
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, JJP ने भाजपा से दिल्ली में चुनाव लड़ने के लिए 12 सीटें मांगी थी, लेकिन उसकी यह मांग पूरी नहीं की गई।
सोमवार को भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की थी, जिसके बाद महज तीन सीटेें बची थी।
इन पर नीतीश कुमार की जदयू और रामविलास पासवान की लोजपा अपने उम्मीदवार उतारेगी।
हालांकि, JJP ने चुनावों से दूर रहने की दूसरी ही वजह बताई है।
प्रतिक्रिया
JJP क्या वजह बता रही है?
JJP ने दिल्ली चुनावों से दूर रहने की जानकारी देते हुए ट्वीटर पर लिखा, 'दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए हमने चुनाव आयोग से चाबी या चप्पल का चुनाव चिन्ह दिए जाने का आग्रह किया था, जो किसी अन्य संगठन को दे दिए गए। ऐसे में जननायक जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों न लड़ने का फैसला लिया है।'
बता दें कि शिरोमणि अकाली दल ने भी चुनाव से दूर रहने की एक वजह चुनाव चिन्ह बताई थी।
प्रतिक्रिया
कम समय में नए निशान पर चुनाव नहीं लड़ा जा सकता- चौटाला
पार्टी के फैसले का बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए चौटाला ने कहा कि उनकी पार्टी ने दिल्ली चुनाव में चाबी चुनाव चिन्ह मांगा था, लेकिन उनसे पहले ही एक अन्य दल ने चाबी चुनाव चिन्ह अपने नाम करवा लिया था। इसके बाद उन्होंने चप्पल व कप प्लेट चुनाव चिन्ह मांगा तो वह भी दूसरी पार्टी ने ले लिया।
उन्होंने कहा कि चुनाव चिन्ह बहुत जरूरी है और कम समय में नए चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ा जा सकता।
जानकारी
कब है दिल्ली में चुनाव?
दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 11 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। यहां पर मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच है। वहीं कांग्रेस इस बार अपना खाता खोलने की कोशिश में है।
समर्थन
नागरिकता संशोधन कानून पर सरकार के समर्थन में हैं चौटाला
हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला नागरिकता संशोधन कानून पर सरकार का समर्थन कर चुके हैं।
उन्होंने कहा था कि इस कानून को लेकर भ्रम फैलाए जा रहे हैं कि इससे लोगों की नागरिकता चली जाएगी। जो भारत का नागरिक है उसे नागरिकता से वंचित नहीं किया जा सकता।
चौटाला ने कहा था कि अगर आज कोई कानून बना है तो उसमें बाद में संशोधन किए जा सकते हैं, लेकिन इसे लेकर हिंसा करना उचित नहीं है।