
क्या प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने की सोच रही हैं प्रियंका गांधी?
क्या है खबर?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते वक्त ऐसी बात कही, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मैदान में उतर सकती हैं।
बता दें कि प्रियंका को पूर्वी उत्तर प्रदेश का चुनावी प्रभार दिया गया है और मोदी की लोकसभा सीट वाराणसी इसी इलाके में आती है।
उनकी राजनीति में एंट्री के बाद से ही सीधे मोदी से टक्कर की उम्मीद लगाई जा रही थी।
बयान
प्रियंका ने पूछा, वाराणसी से लड़ जाऊं क्या?
दरअसल, यूपी के 3 दिन के दौरे में प्रियंका गुरुवार को अपनी मां सोनिया गांधी के चुनावी क्षेत्र रायबरेली में थी।
इस दौरान जब वह कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं, तो कार्यकर्ताओं ने उनसे चुनाव लड़ने की मांग की, ताकि पूरे इलाके में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बन सके।
प्रियंका ने भी कार्यकर्ताओं को निराश नहीं किया और उनसे ही पूछ डाला, वाराणसी से लड़ जाऊं क्या? इतना सुनते ही कार्यकर्ता उनके नाम के नारे लगाने लगे।
इतिहास से
पिछले लोकसभा चुनाव में वाराणसी में भिड़े थे मोदी और केजरीवाल
पिछले लोकसभा चुनाव में भी वाराणसी सीट पर हाई प्रोफाइल मुकाबला हुआ था। तब भाजपा उम्मीदवार मोदी के खिलाफ आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल मैदान में उतरे थे। मोदी ने मुकाबला एकतरफा जीतते हुए केजरीवाल को 3 लाख 70 हजार वोटों से हराया था।
पृष्ठभूमि
प्रियंका के चुनाव लड़ने को लेकर आते रहे हैं मिश्रित बयान
प्रियंका ने भले ही यह बात कही हो, लेकिन इसके आसार कम ही नजर आते हैं कि वह चुनाव लड़ेंगी और वो भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ।
बता दें कि उनके चुनाव लड़ने पर मिश्रित बयान आते रहे हैं।
पहले एक वरिष्ठ नेता ने कहा था कि प्रियंका चुना नहीं लड़ेंगी और पूरे यूपी में पार्टी के प्रचार पर ध्यान देंगी।
वहीं, प्रियंका ने हाल ही में कहा था कि अगर पार्टी कहे तो वह चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
टक्कर
मोदी-योगी के गढ़ में चुनौती दे रही हैं प्रियंका
भले ही मोदी और प्रियंका के सीधे टकराव की संभावना कम हो, लेकिन पूर्वांचल में इन दोनों के बीच जबरदस्त टक्कर जरूर देखने को मिलेगी।
पूर्वांचल को भाजपा का गढ़ माना जाता है और यहां मोदी के अलावा योगी आदित्यनाथ का कर्मक्षेत्र भी है।
यही कारण है कि कांग्रेस ने इस बेहद अहम क्षेत्र का प्रभार देकर प्रियंका को मैदान में उतारा है।
प्रियंका के लिए यह बेहद अहम और कड़ी परीक्षा है और पार्टी को उनके बहुत उम्मीदें हैं।