पुडुचेरी: कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, फ्लोर टेस्ट से पहले दो और विधायक ने दिया इस्तीफा
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में रविवार को सत्ता बचाने की जुगत में जुटी कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। वहां सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले कांग्रेस के विधायक के लक्ष्मीनारायणन और DMK विधायक के के वेंकटेशन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अब कांग्रेस नीत गठबंधन का आंकड़ा 12 पर आ गया है और कांग्रेस के लिए विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट में सरकार बचाने को बहुमत साबित करना बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
कांग्रेस के चार विधायक पहले दे चुके हैं इस्तीफा
बीते मंगलवार को कामराज नगर से कांग्रेस विधायक जॉन कुमार ने 'सरकार से असंतोष' जताते हुए इस्तीफा दे दिया था। वो पिछले कुछ दिनों में इस्तीफा देने वाले चौथे विधायक थे। उनसे पहले सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री एम कृष्णा राव ने विधायक पद से इस्तीफा दिया था। राव से पहले पिछले महीने PWD मंत्री ए नमासिवयम ने पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद विधानसभा से इस्तीफा दिया था। उनसे पहले एक और विधायक ई थीपेंथन पद छोड़ चुके थे।
उपराज्यपाल ने दिया था बहुमत साबित करने का आदेश
चार विधायकों के इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री नारायणसामी के नेतृत्व में चल रही सरकार ने बहुमत खो दिया था। इस पर भाजपा, AIADMK और NR कांग्रेस ने उपराज्यपाल टी सौंदर्यराजन को ज्ञापन सौंपकर बहुमत परीक्षण की मांग की थी। इसको देखते हुए 18 फरवरी को उपराज्यपाल ने 22 फरवरी को 5 बजे तक विधानसभा में बहुमत परीक्षण कराने के आदेश दिए थे। उसके बाद कांग्रेस पार्टी बहुमत जुटाने की तैयारियों में लगी थी।
विधायक लक्ष्मीनारायणन ने विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा इस्तीफा
विधानसभा में बहुमत साबित करने की तैयारियों में जुटी कांग्रेस को उस समय बड़ा झटका लगा जब कांग्रेस विधायक के लक्ष्मीनारायणन ने भी विधानसभा अध्यक्ष वीपी शिवाकोझुंडु को इस्तीफा सौंप दिया। इसके एक घंटे बाद ही DMK विधायक के के वेंकटेशन ने भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा कि वह पार्टी में तवज्जो नहीं मिलने के चलते नाराज हैं। ऐसे में उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा देकर पार्टी छोड़ने का निर्णय किया है।
ये है विधानसभा के मौजूदा समीकरण
लक्ष्मीनारायणन के इस्तीफे के बाद पुडुचेरी में कांग्रेस विधायकों की संख्या 9 रह गई है और सरकार का बहुत साबित करना मुश्किल है। फिलहाल 28 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के पास अपने 9, DMK के दो और एक निर्दलीय विधायक समेत कुल 12 विधायकों का समर्थन है। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष को NR कांग्रेस के सात, AIADMK के चार और भाजपा के तीन नामांकित विधायकों समेत 14 विधायकों का समर्थन है।
मनोनीत विधायक नहीं कर सकेंगे वोट- नारायणसामी
मुख्यमंत्री नारायणसामी ने तीन मनोनीत विधायकों के फ्लोर टेस्ट के दौरान वोट नहीं कर पाने का दावा किया है। उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि मनोनीत विधायकों के पास फ्लोर टेस्ट में मतदान करने की शक्ति नहीं है। हम कानूनी विशेषज्ञों के साथ चर्चा कर रहे हैं और उसके बाद फैसला करेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस विधायक इस मामले पर निर्धारित फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले बैठक आयोजित कर रणनीति तैयार करेंगे।"
भाजपा उपाध्यक्ष ने किया सरकार गिरने का दावा
कर्नाटक भाजपा में उपाध्यक्ष सुराना से जब पूछा गया कि क्या कांग्रेस सरकार बहुमत परीक्षण में गिर जाएगी तो उन्होंने कहा, "निश्चत रूप से, 100 फीसदी।" उन्होंने यह भी कहा कि सरकार गिरने के बाद वहां राष्ट्रपति शासन लागू करने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं होगा। बता दें भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने शुक्रवार को दावा किया था कि कांग्रेस के तीन और विधायक विधानसभा से इस्तीफा देने जा रहे हैं। इससे सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाएगी।
अप्रैल-मई में होंगे विधानसभा चुनाव
बता दें कि 30 विधानसभा सीटों वाली पुडुचेरी में इसी साल अप्रैल-मई में तमिलनाडु के साथ विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा ने सत्ता हासिल करने के लिए अर्जुन मेघवाल और राजीव चंद्रशेखर जैसे वरिष्ठ नेताओं को वहां की जिम्मेदारी सौंपी है।