असम में बाढ़ और भूस्खलन से अब तक हुई 107 की मौत, 38 लाख लोग प्रभावित
देश के पूर्वोत्तर राज्य असम को कोरोना वायरस महामारी के खतरे के साथ अब प्राकृतिक आपदाओं से भी जूझना पड़ रहा है। राज्य में पिछले दिनों में हुई तेज बारिश से बाढ़ आ गई है और अब भूस्खलन की घटनाएं भी होने लगी हैं। बाढ़ और भूस्खलन से रविवार को दो और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 107 पहुंच गई है। इसी तरह राज्य के 28 जिलों के 38 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
बाढ़ के कारण हुई कुल 81 लोगों की मौत
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी की गई बाढ़ संबंधी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य में बाढ़ जनित हादसों से अब तक 107 लोगों की मौत हुई हैं। इनमें से 81 लोगों की मौत बाढ़ के कारण तथा 26 लोगों की मौत भूस्खलन के कारण हुई है। बारिश के बाद प्रभावित जिलों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में पहाड़ी क्षेत्र के लोगों को आवागमन में सावधानी बरतने की सलाह जारी की गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिया हरसंभव मदद का आश्वासन
राज्य में बाढ़ से बिगड़े हालातों के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह फोन पर असम बाढ़, कोविड-19 और बागजान गैस कुएं में लगी आग के परिदृष्य को लेकर समकालीन स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने लोगों की स्थिति पर चिंता जताई और अपनी एकजुटता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने राज्य को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।'
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान हुआ जलमग्न, 108 जानवरों की मौत
बाढ़ वन्यजीवों के लिए भी विनाशकारी साबित हो रही है। वन अधिकारियों के अनुसार बाढ़ के कारण अब तक 108 जानवरों की मौत हो चुकी है। इनमें नौ गैंडे, चार जंगली भैंसे, सात जंगली सुअर, दो बारासिंगा और 82 हिरण शामिल हैं। इसी तरह 200 जानवरों को बचाया गया है। प्रसिद्ध काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का कम से कम 95% हिस्सा जलमग्न हो गया है। मानस और आरजी ओरंग नेशनल पार्क, पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य और तिनसुकिया वन्यजीव प्रभाग भी प्रभावित हैं।
प्रभावित जिलों में जारी है बचाव और राहत कार्य
पिछले 24 घंटों में, NDRF, SDRF, जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों द्वारा बाढ़ में फंसे हजारों लोगों को बचाया गया है। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार को मोरीगांव जिले के मायोंग में बाढ़ प्रभावित मदनबारी गांव का दौरा किया और वहां के स्थानीय लोगों से बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों को सभी आवश्यक सहायता और सुविधा प्रदान करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है।
290 शिविरों में रह रहे 47,465 लोग
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हजारों लोग बेघर हैं। उन्हें सरकार की ओर से बनाए गए राहत शिविरों में रखा जा रहा है। वर्तमान में राज्य में संचालित 290 राहत शिविरों में 47,465 लोगों को रखा गया है। प्रतिदिन यह संख्या बढ़ती जा रही है।
राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण से हुई 53 लोगों की मौत
इस समय असम राज्य बाढ़ ही नहीं, बल्कि कोरोना वायरस महामारी से भी जूझ रहा है। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 22,981 हो गई है। इनमें से 10,503 मामले अकेले गुवाहाटी में हैं। इसी तरह राज्य में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण से 53 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसी बिगडी स्थिति में बाढ़ ने कोढ़ में खाज का काम कर दिया है। कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार के प्रयासों को बड़ा झटका लगा है।