असम: भाजपा उम्मीदवार की गाड़ी से EVM मिलने का आरोप, प्रियंका गांधी ने उठाए गंभीर सवाल
असम में दूसरे चरण की वोटिंग खत्म होने के चंद घंटे बाद एक भाजपा उम्मीदवार की गाड़ी में कथित तौर पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) मिलने पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। घटना के वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने भाजपा पर सवाल खड़े किए हैं और चुनाव आयोग से मामले में निर्णायक कार्रवाई करने की मांग की है।
वायरल वीडियो में सफेद जीप में दिख रहे EVM के डिब्बे
वायरल वीडियो को असम के स्थानीय पत्रकार अतनू भूयन ने जारी किया है। पथरकंडी के इस वीडियो में एक सफेद रंग की जीप के अंदर EVM के डिब्बों को देखा जा सकता है। गाड़ी का नंबर AS 10B 0022 और वीडियो में बातचीत कर रहे लोग इसे इलाके के भाजपा उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल की बता रहे हैं। भूयन ने अपने ट्वीट में बताया है कि इस घटना के बाद पथरकंडी में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
देखें घटना का वीडियो
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर उठाए सवाल
वीडियो वायरल होने के बाद घटना पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, 'जब भी EVM ले जाते हुए निजी वाहनों के ऐसे वीडियो सामने आते हैं, आश्चर्यजनक तरीक से हर उनमें कुछ चीजें समान होती हैं। पहली- गाड़ियां भाजपा उम्मीदवार या उनके साथियों से जुड़ी होती हैं। दूसरी- वीडियो को इक्का-दुक्का घटना मानकर खारिज कर दिया जाता है। तीसरा- भाजपा अपनी मीडिया मशीनरी का उपयोग कर वीडियो जारी करने वालों पर ही आरोप लगाती है।'
चुनाव आयोग को ऐसी घटनाओं पर निर्णायक फैसला लेना चाहिए- प्रियंका
प्रियंका ने कहा, 'ऐसी बहुत घटनाएं हो रही हैं और उनका कुछ नहीं किया जा रहा। चुनाव आयोग को इस तरीके की शिकायतों पर निर्णायक फैसला लेना शुरू करना चाहिए और सभी राष्ट्रीय पार्टियों को EVM के इस्तेमाल की जरूरतों का गंभीर पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए।'
शशि थरूर बोले- अगर EVM ही शक के दायरे में तो बचा क्या?
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी ट्वीट कर घटना पर सवाल खड़े किए हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'यह काफी चौंकाने वाला है। भारत की लोकतांत्रिक संस्कृति के आलोचक भी मानते हैं कि कम से कम हमारे चुनाव निष्पक्ष होते हैं, लेकिन हम "चुनावी एकतंत्र" बन चुके हैं। अगर EVM ही शक के दायरे में आ गए तो बचा क्या? चुनाव आयोग को इस पर तुरंत और खुली जांच करानी चाहिए।'
गाड़ी खराब होने पर चुनाव कर्मचारियों ने ली थी भाजपा उम्मीदवार से लिफ्ट- रिपोर्ट
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, करीमगंज के रतनारी से लौट रही चुनाव आयोग की एक टीम की गाड़ी खराब हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने भाजपा उम्मीदवार की गाड़ी में लिफ्ट ले ली। जब यह गाड़ी स्ट्रांग रूम के पास वाले इलाके में पहुंची तो विपक्षी पार्टियों के समर्थकों ने इसे पहचान लिया और इस पर हमला कर दिया। पुलिस के लाठीचार्ज और हवाई फायर करने के बाद ही गाड़ी, EVM और चुनाव कर्मचारियों को सुरक्षित किया जा सका।
कल असम में दूसरे चरण में हुई थी 77.93 प्रतिशत वोटिंग
बता दें कि कल असम विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 39 सीटों पर वोटिंग हुई थी और इसमें 77.93 प्रतिशत लोगों ने अपने वोटिंग अधिकार का प्रयोग किया। इससे पहले 27 मार्च को हुए पहले चरण के चुनाव में 72.30 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। राज्य में तीसरे और आखिरी चरण की वोटिंग 6 अप्रैल को होगी। राज्य की 126 सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के गठबंधनों के बीच है।