बिहार और असम में बाढ़ से 35 लाख लोग प्रभावित, 100 से ज्यादा की हुई मौत
असम और बिहार में शुक्रवार को भी बाढ़ के कारण हालात खराब रहे। जलभराव के कारण दोनों राज्यों में लगभग 35 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। लगभग हर साल मानसून के दिनों में बिहार और असम को बाढ़ से जूझना पड़ता है, लेकिन इस बार देश के पूर्वी भागों में भारी बारिश के कारण बाढ़ का खतरा ज्यादा बड़ा है। दोनों राज्यों के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों से पानी भरा हुआ है।
उत्तरी बिहार अधिक प्रभावित
अधिकारियों ने बताया कि बिहार का उत्तरी हिस्सा बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। नेपाल में हुई भारी बारिश के कारण वहां से आने वाली नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और वो खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गोपालगंज और पूर्वी चंपारण में गंडक नदी के तटबंध टूटने के कारण जिलों के कई इलाकों में जलभराव हो गया है। इन्हें फिर से बनाने के लिए इंजीनियरों की टीम काम पर लगी हुई है।
दरभंगा जिले में 3.25 लाख लोग प्रभावित
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ के कारण बिहार के 10 जिलों के 7.65 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। दरभंगा बाढ़ से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यहां 3.25 लाख से ज्यादा लोगों पर बाढ़ का असर पड़ा है। पानी में फंसे लोगों को निकालने और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य सरकार की एजेंसियां राहत और बचाव अभियान चला रही है।
असम के क्या हालात?
वहीं असम भी बाढ़ की विभिषिका का सामना कर रहा है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) ने जानकारी दी की बाढ़ के कारण राज्य के 26 जिलों के लगभग 28 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य में अब तक बाढ़ में डूबने के कारण 96 लोगों की मौत हुई है वहीं 26 लोग तेज बारिश के कारण भूस्खलन में अपनी जान गंवा चुके हैं। अब तक 50,000 से ज्यादा लोगों को 301 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
1.22 लाख हैक्टेयर फसलें बर्बाद
फिलहाल राज्य के 2.525 गांव बाढ़ में डूब चुके हैं और 1.22 लाख हैक्टेयर में खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। यहां भी NDRF राज्य सरकार की एजेंसियों के साथ मिलकर राहत और बचाव अभिायन चला रही है।
बाढ़ की तीसरी लहर का सामना कर रहा असम
ASDMA के प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर पंकज चक्रवर्ती ने बताया, "हम बाढ़ की तीसरी लहर का सामना कर रहे हैं। मई के अंत से तेज बारिश होने के साथ-साथ बाढ़ आ रही है। बारिश मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार ही हुई है, लेकिन बाढ़ की लहरों में अंतराल की वजह पर्यावरण में हो रहे बदलाव हो सकते हैं।" बाढ़ से काजीरंगा नेशनल पार्क भी प्रभावित हुआ है। यहां का 85 प्रतिशत इलाका पानी में डूबा हुआ है।
प्रिंस विलियम ने जानवरों की मौत पर जताया दुख
बाढ़ के कारण काजीरंगा नेशनल पार्क में 13 गैंडों समेत 125 जानवरों की मौत हो चुकी है। ब्रिटिश शाही घराने के प्रिंस विलियम ने पार्क के निदेशक पी शिवाकुमार को पत्र लिखकर पार्क और इसके जानवरों को हुए नुकसान पर दुख जताया है। उन्होंने लिखा कि उनके मन में 2016 में काजीरंगा नेशनल पार्क की सैर की सुखद यादे हैं और अभी जो हो रहा है उसे देखकर उन्हें दुख हो रहा है।