महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: आधे से ज्यादा उम्मीदवार दागी, जानें कितने हैं करोड़पति
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनावों के लिए वोट डाले जाएंगे।
इन चुनावों में उतरे बड़ी पार्टियों के आधे से ज्यादा उम्मीदवार दागी हैं। चुनावी सुधारों पर नजर रखने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) ने महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे 3,237 में से 3,112 उम्मीदवारों के शपथ-पत्र का विश्लेषण किया है।
इस विश्लेषण में सामने आया कि कुल उम्मीदवारों में से दो तिहाई पर गंभीर मामले दर्ज हैं।
दागी उम्मीदवार
भाजपा के 59 फीसदी उम्मीदवार दागी
ADR के मुताबिक, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ रहे 59 फीसदी भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ कानूनी मामले दर्ज हैं और उनमें से 36 फीसदी के खिलाफ गंभीर मामले हैं।
गंभीर मामले उन मामलों को माना जाता है जो गैर-जमानती होते हैं और जिनमें कम से कम पांच साल की सजा का प्रावधान है।
वहीं भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना के 61 प्रतिशत उम्मीदवारों पर मामले दर्ज हैं, जिनमें से 41 प्रतिशत गंभीर मामलों का सामना कर रहे हैं।
दागी उम्मीदवार
कांग्रेस और राकांपा भी पीछे नहीं
कांग्रेस और शरद पवार की राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की बात करें तो दोनों पार्टियों के क्रमश: 57 और 63 फीसदी उम्मीदवार दागी हैं।
हालांकि, दोनों पार्टियों उम्मीदवारों पर गंभीर मामलों की संख्या कम है। कांग्रेस और राकांपा के क्रमश: 30 और 35 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं।
बेशक यह संख्या भाजपा और शिवसेना से कम है, लेकिन लोकतंत्र के लिए दागी उम्मीदवारों का चयन चिंता का विषय है।
करोड़पति उम्मीदवार
घाटकोपर से भाजपा उम्मीदवार के पास 500 करोड़ रुपये की संपत्ति
ADR की रिपोर्ट में पता चला है कि 3,112 उम्मीदवारों में से 32 प्रतिशत (1,007) उम्मीदवार करोड़पति हैं। यानी इन उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक बताई है।
पार्टियों के हिसाब से बात करें तो भाजपा के 86 फीसदी, शिवसेना के 87 फीसदी, कांग्रेस के 94 प्रतिशत और राकांपा के 53 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं।
घाटकोपर से भाजपा उम्मीदवार पराग शाह ने अपनी संपत्ति 500 करोड़ रुपये दिखाई है।
जानकारी
पिछले चुनावों से कम हैं करोड़पति उम्मीदवार
महाराष्ट्र में पिछले विधानसभा चुनावों में 47 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति थे। तब 2,366 में से 1,095 उम्मीदवार करोड़पति थे। इस बार इस संख्या में 15 फीसदी की कमी आई है।
शैक्षणिक योग्यता
41 फीसदी उम्मीदवार ग्रेजुएट
ADR द्वारा विश्लेषण किए गए उम्मीदवारों के शपथ-पत्रों में से 52 फीसदी (1,629) ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 5वीं से 12वीं के बीच बताई है, जबकि 41 फीसदी (1,286) उम्मीदवारों ने ग्रेजुएशन या इससे ज्यादा पढ़ाई की है।
लगभग 76 उम्मीदवार ने डिप्लोमा किया हुआ है। अगर बिना पढ़े उम्मीदवारों की बात करें तो ऐसे उम्मीदवारों की संख्या 36 है, जबकि एक उम्मीदवार ने अपनी योग्यता की जानकारी नहीं दी है।