पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव: भाजपा ने नंदीग्राम से ममता बनर्जी के सामने सुवेंदु अधिकारी को उतारा
पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों की शुरुआत 27 मार्च से होगी। इसको लेकर राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करना शुरू कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। इसको देखते हुए भाजपा ने उनके सामने उनके 'गुडलक' माने जाने वाले सुवेंदु अधिकारी को टिकट दिया है। इससे यह सीट बहुत अहम हो गई है।
सुवेंदु अधिकारी ने 17 दिसंबर को दिया था इस्तीफा
बता दें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी रहे सुवेंदु अधिकारी पार्टी में बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के उभार से नाराज थे। इसको लेकर उन्होंने 17 दिसंबर को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद भाजपा ने उनसे संपर्क साधकर उन्हें अपने साथ आने के लिए मना लिा था। इसी के चलते 19 दिसंबर को मिदनापुर में आयोजित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में अधिकारी ने 19 अन्य नेताओं के साथ भाजपा की सदस्यता ले ली थी।
ममता बनर्जी ने सुवेंदु अधिकारी को दी थी चुनौती
अधिकारी के भाजपा में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 18 जनवरी को नंदीग्राम में आयोजित एक रैली के दौरान नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए अधिकारी को चुनौती दी थी। उस दौरान बनर्जी ने नंदीग्राम को खुद के लिए भाग्यशाली जगह बताया था। इसके बाद शुक्रवार को बनर्जी ने घोषणा की थी कि वह विधानसभा चुनाव में केवल नंदीग्राम से ही चुनाव लड़ेंगी। उसे बाद यह सीट बहुत चुनौतीपूर्ण हो गई थी।
भाजपा ने सुवेंदु अधिकारी को बनर्जी के सामने उतारा
बनर्जी के नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की घोषणा के एक दिन बाद भाजपा ने पहले और दूसरे चरण के चुनाव के लिए 56 प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए सुवेंद्र अधिकारी को नंदीग्राम से टिकट दिया है। दिल्ली में टिकटों की घोषणा करते हुए पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि उन्होंने हाल ही में दुर्गापुरा का दौरा किया था। वहां के लोग बदलावा चाहते हैं और वर्तमान सरकार के अत्याचारों से मुक्त होना चाहते हैं। अधिकारी मजबूत प्रत्याशी होंगे।
भाजपा ने छह महिला उम्मीदवारों को भी दिया टिकट
भाजपा की ओर से जारी की गई 56 नामों की सूची में छह महिला उम्मीदवारों को भी टिकट दिया है। इसके अलावा क्रिकेटर से नेता बने अशोक डिंडा को भी भाजपा ने टिकट दिया है। एक सीट ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन को दी गई है।
सुवेंद्र अधिकारी ने भी दी है बनर्जी को चुनौती
मिदनापुर में शुक्रवार को एक रैली में अधिकारी ने कहा था कि मुख्यमंत्री बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी। बहुत अच्छा है, वह इसका स्वागत करते हैं। उन्होंने नंदीग्राम के लोगों को अपनी आवाज उठाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि जनता मिदनापुर का बेटा चाहती हैं, बाहरी लोगों को नहीं। वह मुख्यमंत्री को सियासी लड़ाई के मैदान पर देखेंगे। 2 मई को वह हारेंगी और नंदीग्राम छोड़ देंगी। बता दें नंदीग्राम पूर्वी मिदनापुर जिले में आता है।
सुवेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है नंदीग्राम
भाजपा के बनर्जी के सामने सुवेंदु को उतारने के साथ ही इस सीट पर कड़ी टक्कर तय हो गई। नंदीग्राम को अधिकारी का गढ़ माना जाता है। उन्होंने भाजपा में शामिल होने के बाद शीर्ष नेतृत्व से यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। इसी तरह उनकी क्षेत्र में पकड़ को देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने उन्हें यहां से टिकट देना उचित समझा था। ऐसे में अब इस सीट से अधिकारी के नाम की आधिकारिक घोषणा हो गई है।
ममता को सत्ता के शीर्ष तक पहुंचाने में नंदीग्राम का अहम योगदान
बता दें कि ममता को बंगाल की सत्ता के शीर्ष तक पहुंचाने में नंदीग्राम का अहम योगदान है। दरअसल, 2007 में यहां विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) बनाने के वामपंथी सरकार के फैसले के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन हुआ था और पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में 14 लोग मारे गए थे। इसके बाद ममता ने किसानों की जमीन को बचाने के लिए 'मां, माटी, मानुष' अभियान चलाया था और इसी की बदौलत 2011 में सत्ता में आई थीं।
पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में होंगे विधानसभा चुनाव
चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार, पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से लेकर 29 अप्रैल तक आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। राज्य में 27 मार्च को पहले चरण, 1 अप्रैल को दूसरे चरण, 6 अप्रैल को तीसरे, 10 अप्रैल को चौथे, 17 अप्रैल को पांचवें, 22 अप्रैल को छठे, 26 अप्रैल को सातवें और 29 अप्रैल को आठवें और आखिरी चरण की वोटिंग होगी। कुछ जिलों में भी कई चरणों में वोटिंग होगी। नतीजे 2 मई को आएंगे।