राजस्थान विधानसभा चुनाव: आज डाले जा रहे वोट, इन अहम सीटों पर सबकी नजर
राजस्थान में आज विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। 200 में से 199 सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। एक सीट पर उम्मीदवार के निधन के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया है। मतगणना 3 दिसंबर को होगी। भाजपा और कांग्रेस के कई बड़े चेहरे मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला 5.25 करोड़ से अधिक मतदाता करेंगे। आइए एक नजर डाल लेते राज्य की अहम सीटों पर।
सरदारपुरा सीट
सरदारपुरा सीट काफी अहम हैं क्योंकि मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस सीट से मैदान में हैं। वह 1998 से इस सीट पर जीत हासिल कर रहे हैं। जोधपुर विकास प्राधिकरण (JDA) के अध्यक्ष रह चुके महेंद्र सिंह राठौड़ भाजपा की तरफ से मैदान में हैं। कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उन्हें गजेंद्र सिंह शेखावत की सिफारिश पर इस सीट से उतारा गया है इसलिए यह जंग और दिलचस्प हो गई है।
झालरापाटन और लक्ष्मणगढ़ सीट
झालरापाटन सीट पर भाजपा उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मैदान में हैं और उनका मुकाबला कांग्रेस के रामलाल चौहान से है। वह 2003 से इस सीट से चुनाव जीत रही हैं और इस सीट पर भाजपा का 35 साल से कब्जा है। राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा लक्ष्मणगढ़ सीट से मैदान में हैं। उनके खिलाफ भाजपा उम्मीदवार सुभाष महरिया मैदान में हैं, जिन्हें 2013 में डोटासरा ने हराया था और एक बार फिर दोनों आमने-सामने हैं।
टोंक सीट
टोंक सीट सबसे अधिक चर्चित सीटों में से है, जहां राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट मैदान में हैं। उनका मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार अजीत सिंह मेहता से है, जो टोंक में काफी लोकप्रिय हैं। यह सीट गुर्जर, मुसलमान, और अनुसूचित जाति समुदाय के प्रभुत्व वाली सीट है, जिस पर 2018 में पायलट ने भाजपा के यूनुस खान को 54,179 वोटों के अंतर से हराया था।
नाथद्वारा सीट और तारानगर सीट
नाथद्वारा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सीपी जोशी मैदान में हैं। यह उनका गढ़ माना जाता है क्योंकि वो 5 बार इस सीट से जीत दर्ज कर चुके हैं। उनका मुकाबला इस बार भाजपा प्रत्याशी और मेवाड़ राजघराने के कुंवर विश्वराज सिंह से हैं। तारानगर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार नरेंद्र बुडानिया मैदान में हैं, जो चुनाव जीतने के लिए हत्या वाले विवादित बयान से सुर्खियों में रहे। यहां से उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ से है।
झोटवाड़ा सीट और विद्याधर नगर सीट
झोटवाड़ा सीट पर भाजपा ने कांग्रेस के अभिषेक चौधरी के खिलाफ पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर को मैदान में उतारा है। 2018 में इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी लालचंद कटारिया ने राठौर को हराया था। विद्याधर नगर सीट से भाजपा ने सांसद दिया कुमारी को टिकट दिया है, जो जयपुर की राजकुमारी भी हैं। चर्चा है कि भाजपा जीतती है तो उन्हें मुख्यमंत्री बना सकती है। इस सीट पर उनका मुकाबला कांग्रेस के कोषाध्यक्ष सीताराम अग्रवाल से है ।
सवाई माधोपुर सीट और तिजारा सीट
सवाई माधोपुर सीट से भाजपा उम्मीदवार किरोड़ीलाल मीणा मैदान में और उनका मुकाबला कांग्रेस के दानिश अबरार से है। भाजपा की बागी आशा मीणा इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार हैं, जिस वजह से इस सीट पर मुकाबला कड़ा माना जा रहा है। तिजारा सीट से भाजपा सांसद बाबा बालकनाथ मैदान में और उनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार इमरान खान से है। यह सीट राजस्थान में हिन्दु-मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण के कारण अहम मानी जा रही है।
2018 के विधानसभा चुनावों के क्या रहे थे नतीजे?
1993 के बाद से राजस्थान में हर 5 साल में सरकार बदली है। 1993 में भाजपा के भैरों सिंह शेखावत मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद हुए चुनाव में कांग्रेस जीती और गहलोत मुख्यमंत्री बने। 2003 में कांग्रेस को हार मिली और भाजपा ने वसुंधरा को मुख्यमंत्री बनाया। 2008 में भाजपा हार गई और गहलोत दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। 2013 में फिर भाजपा जीती, लेकिन 2018 में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा और गहलोत तीसरी बार मुख्यमंत्री बने।