महाराष्ट्र: आयकर विभाग की कार्रवाई, उपमुख्यमंत्री अजित पवार की 1,000 करोड़ रुपये की संपत्ति सीज
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में आयकर विभाग की कार्रवाई तेज होती जा रही है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की गिरफ्तारी के बाद अब आयकर विभाग ने राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से जुड़ी पांच संपत्तियों को सीज कर दिया है।
इन संपत्तियों की कुल कीमत 1000 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।
बता दें कि आयकर विभाग ने पिछले महीने उपमुख्यमंत्री पवार की बहनों के घरों और कंपनियों पर छापे छापेमार कार्रवाई की थी।
कार्रवाई
आयकर विभाग ने किन संपत्तियों को किया सीज?
आजतक के अनुसार, आयकर विभाग की टीम ने मुंबई के नरीमन पॉइंट में निर्मल टॉवर सहित पांच संपत्तियों को सीज किया है।
इनमें 600 करोड़ रुपये के बाजार मूल्य वाली जरंदेश्वर चीनी मिल, 20 करोड़ रुपये का साउथ दिल्ली स्थित फ्लैट, 25 करोड़ रुपये का पार्थ पवार का निर्मल ऑफिस, 250 करोड़ रुपये बाजार मूल्य का गोवा स्थित रिसॉर्ट और 500 करोड़ रुपये लागत की महाराष्ट्र में 27 अलग-अलग जगहों पर स्थित जमीन शामिल है।
निगाह
लंबे समय से आयकर विभाग के निशाने पर हैं पवार
बता दें कि पंवार काफी समय से आयकर विभाग की निगाहों में चढ़े हुए हैं। पिछले महीने ही विभाग ने दो रियल एस्टेट कारोबारियों और अजित पवार के रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापेमारी के बाद 184 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति का पता लगाया था।
विभाग ने 7 अक्टूबर को 70 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान पवार के बेटे पार्थ पवार के मालिकाना हक वाली कंपनी अनंत मर्क्स प्राइवेट लिमिटेड पर भी छापा मारा था।
अन्य
आयकर विभाग ने पवार की बहनों के घर भी की थी छापेमारी
हालांकि, कार्रवाई के दौरान विभाग की ओर से तरफ से दोनों रियल एस्टेट कारोबारियों का नाम नहीं बताया गया था।
बाद में उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा था कि आयकर विभाग ने उनकी तीन बहनों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है। इनमें से एक कोल्हापुर जिले और दो अन्य महाराष्ट्र के पुणे जिले में रहती हैं।
कार्रवाई के दौरान विभाग को बेनामी लेनदेन का भी पता चला है, जिन्हे अहम सुबूतों के तौर पर रखा गया है।
गिरफ्तारी
ED ने सोमवार रात को किया अनिल देशमुख को गिरफ्तार
इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार देर रात अनिल देशमुख को 100 करोड़ रुपये की वसूली के मामले में गिरफ्तार कर लिया।
देखमुख कई दिनों तक लापता रहने के बाद सोमवार सुबह 11:55 बजे ED कार्यालय पहुंचे थे। ऑफिस पहुंच गए थे।
करीब 13 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने पाया कि देशमुख की तरफ से किसी भी सवाल पर संतोषजनक जवाब नहीं दिए गया है। ऐसे में रात करीब 1 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।