यस बैंक: रिश्वत मामले में राणा कपूर की पत्नी और बेटियों को भी बनाया गया आरोपी
यस बैंक से संबंधित कथित रिश्वत मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अब बैंक के संस्थापक राणा कपूर की पत्नी और तीन बेटियों को भी आरोपी बनाया है। ये पूरा मामला 43,000 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है। इससे पहले रविवार को उनकी बेटी रोशनी कपूर को मुंबई एयरपोर्ट पर लंदन जा रही एक फ्लाइट में बैठने से रोक दिया गया था। वहीं राणा को यस बैंक से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
क्या है पूरा मामला?
गुरुवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नकदी संकट से जूझ रहे यस बैंक का नियंत्रण अपने हाथों में लेने के बाद शुक्रवार को बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित घर पर छापा मारा गया था और उसके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज किया गया था। शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राणा को पूछताछ के लिए बुलाया और 20 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद रविवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
DHFL से संबंधित है रिश्वत का मामला
मामला दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन (DHFL) से संबंधित है जिसके दिवालिया होने के कारण यस बैंक को बड़ा नुकसान हुआ। ED के अनुसार, यस बैंक ने DHFL से 3700 करोड़ रुपये के डिबेंचर्स (DHFL) खरीदे थे जिसने राणा की तीन बेटियों रोशनी कपूर, राखी कपूर टंडन और राधा कपूर की कंपनी 'डोइट' को 600 करोड़ रुपये का लोन दिया था। इसे रिश्वत माना जा रहा है और ED ने घोटाले की कुल रकम 4,300 करोड़ रुपये बताई है।
CBI ने पत्नी और बेटियों को भी बनाया मामले में आरोपी
ED ने मामले में रोशनी कपूर और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था जिसके बाद रविवार को लंदन जा रहीं रोशनी को मुंबई एयरपोर्ट पर रोक लिया गया। अब CBI ने भी मामले में केस दर्ज करते हुए इसमें राणा के साथ-साथ उनकी पत्नी बिंदू कपूर और तीनों बेटियों को भी आरोपी बनाया है। इसके अलावा DHFL के प्रमोटर्स और अन्य पांच कंपनियों को भी मामले में आरोपी बनाया है।
राणा कपूर ने कहा- मुझे बनाया जा रहा बलि का बकरा
वहीं राणा कपूर ने मामले में अपना बचाव करते हुए कहा है कि RBI के यस बैंक पर पाबंदियां लगाने के बाद पैदा हुए जनता के गुस्से को शांत करने के लिए उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है। राणा के वकील जैन श्रॉफ ने रविवार को मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट के सामने ये बात कही। कोर्ट ने राणा को बुधवार तक ED की कस्टडी में भेजने का फैसला सुनाया था।
मामले पर राजनीति भी तेज
मामले पर राजनीति भी तेज है और भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं। भाजपा ने आरोप लगाया है कि 2014 से पहले की UPA सरकार के दौरान यस बैंक ने भारी जोखिम भरे लोन दिए थे, वहीं कांग्रेस ने मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
यस बैंक को बचाने के लिए योजना तैयार कर रहा RBI
इस बीच RBI यस बैंक को बचाने के लिए योजना तैयार करने में लगा हुआ है। अपनी योजना का एक ड्राफ्ट उसने लोगों के सामने भी रखा है और उनसे इस पर राय मांगी है। आज राय देने का आखिरी दिन है और इसके बाद RBI अपना अंतिम फैसला सुनाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को यस बैंक के 49 प्रतिशत शेयर खरीदने को कह सकती है।
इस खबर को शेयर करें