दिल्ली दंगे: PFI अध्यक्ष और सचिव गिरफ्तार, हिंसा भड़काने और फंडिंग जुटाने का आरोप
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर बीते महीने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा उपद्रवियों की धड़ाधड़ गिरफ्तारियां कर रही है। इसी कड़ी में दिल्ली पुुुुुुुुुलिस के स्पेशल सेल ने गुरुवार सुबह पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) के अध्यक्ष परवेज और सचिव इलियास को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस दोनों से CAA को लेकर लोगों को भड़काने और हिंसा के लिए फंडिंग जुटाने के मामले में पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने लगाया दंगे भड़काने की साजिश रचने का आरोप
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने PFI अध्यक्ष और सचिव पर दिल्ली में CAA को लेकर लोगों को भड़काकर हिंसा की साजिश रचने का आरोप लगाया है। इसके अलावा इलियास पर शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन को फंडिंग करने का भी आरोप है।
पुलिस ने एक सदस्य को पहले भी किया था गिरफ्तार
दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ही से दो दिन पहले PFI के एक अन्य सदस्य को गिरफ्तार किया था। उसकी पहचान दानिश के रूप में हुई थी। पुलिस ने उसे पूर्वी दिल्ली के त्रिलोक नगर इलाके से दबोचा था। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कहा था कि दानिश PFI की काउंटर इंटेलिजेंस विंग का प्रमुख है और शहर में CAA विरोधी प्रदर्शन में सक्रिय रहकर लोगों उकसाता रहा है।
ED ने दर्ज किया PFI के खिलाफ मामला
दिल्ली हिंसा के बाद गत सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने PFI के खिलाफ एक ताजा मामला दर्ज किया था। ED ने दिल्ली पुलिस की FIR पर संज्ञान लेकर यह मामला दर्ज किया था। इसमें मोहम्मद दानिश सहित दो लोगों को आरोपी बनाया गया था। इसी तरह पुलिस ने ओखला से एक कश्मीरी दंपति जहांजेब सामी और हिना बशीर बेग को इस्लामिक स्टेट (IS) खुरासान मॉड्यूल के साथ कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया था।
गृहमंत्री ने कहा- हिंसा में उत्तर प्रदेश से आए थे 300 लोग
गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को दिल्ली हिंसा पर लोकसभा में हुई चर्चा में कहा था कि उपद्रवियों की तलाश जारी है। हिंसा में उत्तर प्रदेश से 300 से अधिक लोग आए थे। उन्होंने दिल्ली में इस भयंकर हिंसा की घटना को अंजाम दिया था।
ED कर रही है 120 करोड़ रुपये की फंडिंग मामले की जांच
ED वर्तमान में CAA के खिलाफ हिंसा के लिए PFI द्वारा देशभर में 120 करोड़ रुपये की फंडिंग किए जाने के मामले की जांच करा रहा है। ED ने गत 28 जनवरी को PFI द्वारा हिंसा के लिए 120 करोड़ रुपये की फंडिंग किए जाने का खुलासा किया था। उस दौरान मोहम्मद परवेज अहमद से पूछताछ की गई थी, लेकिन उस समय उन्होंने आरोपों को नकार दिया था। अब दिल्ली हिंसा मामले में उन्हें फिर से गिरफ्तार किया गया है।
उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा के दौरान भी 108 PFI सदस्य हुए थे गिरफ्तार
CAA के विरोध में गत 19 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के बिजनौर, हापुड़, बहराइच, शामली, डासना सहित 12 जिलों में हिंसा भड़क गई थी। इसमें दो दर्जन लोगों की मौत की खबर सामने आई थी और पांच दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। हिंसा में PFI की लिप्तता सामने आने पर पुलिस ने उत्तर प्रेदश के 13 जिलों से PFI के 108 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। सरकार ने संगठन पर बैन लगाने की मांग भी की थी।
तीन दिन तक हिंसा की आग में जली थी दिल्ली
आपको बता दें कि CAA को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में गत 23 से 25 फरवरी तक जमकर हिंसा हुई थी। इस हिंसा में IB अधिकारी अंकित शर्मा, हैड कांस्टेबल रतनलाल सहित 53 लोगों की मौत हो गई तथा 350 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने इस संबंध में अब तक करीब 750 मामले दर्ज कर 2,000 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस धीरे-धीरे मामले में शामिल अन्य उपद्रवियों का पता लगाकर गिरफ्तारी में जुटी है।
2006 में अस्तित्व में आया था PFI
PFI एक चरमपंथी इस्लामिक संगठन है और यह खुद को पिछड़ों व अल्पसंख्यकों के हक में आवाज उठाने वाला संगठन बताता है। यह संगठन पहली बार 22 नवंबर, 2006 को केरल में नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट (NDF) के मुख्य संगठन के रूप में अस्तित्व में आया था। उस दौरान संगठन ने दिल्ली के राम लीला मैदान में नेशनल पॉलिटिकल कांफ्रेंस आयोजित कर सुर्खियां भी बटोरी थी। केरल के कालीकट से निकले इस संगठन का मुख्यालय दिल्ली के शाहीन बाग में है।