
बारिश में कितना उपयोगी है कार का रेन-सेंसिंग वाइपर? जानिए कैसे करता है काम
क्या है खबर?
आधुनिक कारों में आरामदायक के साथ हर मौसम में सुरक्षा प्रदान करने के लिए दिनों-दिन स्मार्ट होती जा रही हैं। निर्माता भी नवीनतम तकनीक लाने के साथ-साथ ड्राइविंग अनुभव बेहतर करने के लिए बदलाव कर रही हैं। ऐसा ही एक फीचर है रेन-सेंसिंग वाइपर/ऑटोमैटिक वाइपर है। नई गाड़ियों में मिलने वाली यह सुविधा आज-कल चलन में हैं और बारिश के मौसम में ड्राइविंग को आसान और सुरक्षित बनाती है। आइये जानते हैं कार में ऑटोमैटिक वाइपर का क्या फायदा है।
ऑटोमैटिक वाइपर
कैसे काम करते हैं ये वाइपर?
ऑटोमैटिक रेन-सेंसिंग वाइपर बारिश का अहसास होने पर अपने आप चालू हो जाते हैं और इसकी तीव्रता के अनुसार अपनी गति कम-ज्यादा कर लेते हैं। ये विंडशील्ड के पीछे लगे एक सेंसर का इस्तेमाल करते हैं। जब बारिश होती है तो सेंसर इन्फ्रारेड प्रकाश उत्सर्जित करता है, जो विंडशील्ड पर गिरने वाली पानी की बूंदों की तीव्रता के आधार पर अलग-अलग कोणों पर परावर्तित होता है। परावर्तित प्रकाश की मात्रा वाइपर की गति को नियंत्रित करता है।
फायदा
क्या हैं इस वाइपर के फायदे?
ड्राइविंग सुरक्षा की बात करें तो ऑटोमैटिक रेन-सेंसिंग वाइपर बेहद सुविधाजनक और उपयोगी होते हैं। भारी बारिश के दौरान न केवल वाइपर की गति, बल्कि गाड़ी की गति से जुड़े आंकड़ों के आधार पर उसकी आवृत्ति को भी ऑटोमैटिक एडजेस्ट करते हैं। ऑटोमैटिक वाइपर के साथ आपको बारिश का पैटर्न बदलने पर वाइपर के स्तर को मैन्युअल रूप से एडजेस्ट करने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अलावा, यह ऑटोमैटिक हेडलैंप के साथ जुड़कर बेहतर दृश्यता प्रदान करता है।