लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: किस राज्य में किस पार्टी के हिस्से में आई कितनी सीटें?
लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (NDA) ने बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए 292 सीटों पर कब्जा जमाया है। विपक्षी गठबंधन INDIA के खाते में 234 सीटें तो अन्य दलों के खाते में 17 सीटें आई हैं। इस बार किसी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। 2019 में भाजपा ने अकेले 303 सीटें जीती थीं।
उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भाजपा को बड़ा नुकसान
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने राज्य की 80 सीटों में से 37 पर कब्जा किया है। सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने 33, कांग्रेस 6, RLD ने 2, आजाद समाज पार्टी और अपना दल ने 1-1 सीट जीती हैं। राजस्थान में कुल 25 सीटों में से भाजपा ने 14, कांग्रेस ने 8 और CPO(M), RLTP और आदिवासी समाज पार्टी ने 1-1 सीट जीती हैं। उत्तर प्रदेश में भाजपा को पिछली बार 64 और राजस्थान में सभी 25 सीटें मिली थी।
मध्य प्रदेश और दिल्ली में भाजपा का क्लीन स्वीप
मध्य प्रदेश में भाजपा ने क्लीन स्वीप करते हुए सभी 29 सीटों पर अपना कब्जा जमाया है। झारखंड में लोकसभा की 14 सीटों में से भाजपा ने 8, जारखंड मुक्ति मोर्चा (KMM) 3, कांग्रेस 2 और AJSUP ने 1 सीट जीती हैं। छत्तीसगढ़ की कुल 11 सीटों में से भाजपा ने 10 और कांग्रेस ने 1 सीट जीती है। इसी तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी भाजपा ने क्लीन स्वीप करते हुए सभी 7 सीटों पर अपना कब्जा जमाया है।
हरियाणा, पश्चिम बंगाल, हिमाचल और उत्तराखंड में क्या रही स्थिति?
पश्चिम बंगाल की कुल 42 सीटों में से सत्ताधानी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को 29, भाजपा को 12 और कांग्रेस को 1 सीट मिली है। भाजपा को यहां 5 सीटों का नुकसान हुआ है। हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने 5-5 सीटों पर कब्जा जमाया है। पिछले चुनाव में यहां भाजपा ने सभी 10 सीटें जीती थी। हिमाचल प्रदेश में सभी 4 सीट और उत्तराखंड की सभी 5 सीटों पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया है।
गुजरात, महाराष्ट्र और बिहार के आंकड़े
गुजरात की 26 सीटों में से भाजपा ने 25 और कांग्रेस ने 1 सीट जीती है। महाराष्ट्र में कांग्रेस ने 13, भाजपा ने 9, शिवसेना (UBT) 9, शरद पवार NCP 8, एकनाथ शिंदे की शिवसेना 7, अजित पवार की NCP ने 1 और 1 पर निर्दलीय ने जीत हासिल की है। बिहार में 40 सीटों में से भाजपा और JDU ने 12-12, LJP 5, RJD 4, कांग्रेस 3, CPI(M)(L) 2 और अन्य ने 2 सीट जीती है।
आंध्र प्रदेश, ओडिशा और केरल में कैसी रही स्थिति?
आंध्र प्रदेश की 25 सीटों में से तेलुगू देशम पार्टी (TDP) ने 16, YSR कांग्रेस 4, भाजपा 3 और जनसेना ने 2 सीटें जीती हैं। ओडिशा की कुल 21 सीटों में से भाजपा ने 20 और कांग्रेस ने 1 पर कब्जा जमाया है। केरल की 20 सीटों पर कांग्रेस ने 14, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) 2, CPI(M), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP), भाजपा और केरल कांग्रेस (KEC) ने 1-1 सीटें जीती हैं। यहां भाजपा को पहली बार सीट मिली है।
कर्नाटक, तमिलनाडु और पुदुचेरी में कैसा रहा मुकाबला?
कर्नाटक की 28 सीटों पर भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 17 सीटों पर कब्जा जमाया है। इसी तरह कांग्रेस ने 9 और जनता दल सेक्यूलर (JDS) ने 2 सीटें जीती हैं। इसी तरह तमिलनाडु की 37 सीटों में से DMK ने 22, CPI ने 2, CPI (M) ने 2, MDMK ने 1, VCK ने 1 और कांग्रेस ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके अलावा, पुदुचेरी की एकमात्र सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है।
पूर्वोत्तर भारत में ऐसी रही स्थिति
असम की 14 सीटों में से भाजपा ने 9, कांग्रेस ने 3, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी, लिबरल (UPPL) और असम गण परिषद (AGP) ने 1-1 सीट जीती है। मिजोरम की एकमात्र सीट JPM और अरुणाचल प्रदेश की दोनों सीटें भाजपा के खाते में आई है। मेघालय में 1 सीट वायस ऑफ द पीपुल पार्टी और 1 कांग्रेस ने जीती है। मणिपुर की दोनों सीटें कांग्रेस, मिजोरम की एकमात्र सीट JPM, सिक्किम की सीट SKM और नागालैंड सीट कांग्रेस ने जीती है।
अन्य राज्यों में क्या रही है स्थिति?
जम्मू-कश्मीर की 5 सीटों में से भाजपा और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 2-2 और 1 सीट निर्दलीय ने जीती है। लद्दाख सीट पर निर्दलीय, लक्षद्वीप में कांग्रेस, अंडमान में भाजपा और चंडीगढ़ में कांग्रेस ने कब्जा जमाया है। इसी तरह दादर और नगर हवेली में भाजपा ने 1 और 1 पर निर्दलीय ने जीत हासिल की है। गोवा की 2 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस ने 1-1 जीती है। त्रिपुरा में लोकसभा की दोनों सीटें भाजपा ने जीती है।