#NewsBytesExplainer: AAP और दिल्ली सरकार के लिए मनीष सिसोदिया अहम क्यों हैं?
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को नई शराब नीति के मामले में 4 मार्च तक केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की रिमांड में भेज दिया गया है। CBI ने रविवार रात को सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। उपमुख्यमंत्री सिसोदिया की गिरफ्तारी आम आदमी पार्टी (AAP) और दिल्ली सरकार के लिए बड़ा झटका मानी जा रहा है। आइए जानते हैं कि मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार और AAP के लिए इतने अहम क्यों हैं।
AAP के संस्थापक सदस्य हैं सिसोदिया
सिसोदिया AAP के प्रमुख संस्थापक सदस्यों में से एक थे और इसके बाद वह इसकी राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य बने थे। वह दिसंबर, 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज से विधायक चुने गए। सिसोदिया 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में भी इसी सीट से विधायक चुने गए। वह 2015 से दिल्ली के उपमुख्यमंत्री के पद का कार्यभार संभाल रहे हैं।
दिल्ली सरकार के 18 विभाग संभालते हैं सिसोदिया
सिसोदिया उपमुख्यमंत्री होने के साथ-साथ दिल्ली सरकार में वित्त और शिक्षा विभाग समेत कई विभागों की जिम्मेदारी संभालते हैं। AAP में उनका कद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद दूसरे नंबर पर माना जाता है और वह दिल्ली सरकार द्वारा जनता के लिए शुरू किए गए सुधारों और अभियानों के चेहरे के रूप में भी उभरे हैं। सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद उनके विभागों की जिम्मेदारी भी सिसोदिया को मिल गई थी। उनके पास अभी कुल 18 विभाग हैं।
दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधार का चेहरा हैं सिसोदिया
सिसोदिया ने 2015 में AAP के दिल्ली की सत्ता में काबिज होने के बाद सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर सुधारने की घोषणा की थी। सिसोदिया के नेतृत्व में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारने के साथ-साथ कई तरह के नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए और आज दिल्ली के शिक्षा मॉडल को लेकर कई देशों में चर्चा हो रही है। AAP सिसोदिया को देश के सबसे अच्छे शिक्षा मंत्री के रूप में पेश करती आई है।
सिसोदिया ने कई विश्वविद्यालयों की स्थापना में निभाई अहम भूमिका
सिसोदिया द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन केवल स्कूली शिक्षा तक ही सीमित नहीं हैं। उन्होंने उच्च और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में कई पहल की हैं, जिसमें तीन नए राज्य विश्वविद्यालयों की स्थापना शामिल है। दिल्ली सरकार ने सिसोदिया के नेतृत्व में 2020 में दिल्ली कौशल और उद्यमिता विश्वविद्यालय (DSEU), 2021 में दिल्ली खेल विश्वविद्यालय (DSU) और 2022 में दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। इसके अलावा सीटों की संख्या में भी काफी इजाफा किया गया है।
AAP का बड़ा चेहरा हैं सिसोदिया
सिसोदिया की गिरफ्तारी AAP के लिए एक बड़ा झटका है। पार्टी इस साल कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनावों में लड़ने की कोशिश कर रही है। वहीं दिल्ली नगर निगम (MCD) की सत्ता पर काबिज होने के बाद AAP की नजरें भारत के सबसे अमीर नगर निगम मुंबई के बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) पर भी टिकी हुई हैं। उन्होंने गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में काफी प्रचार किया था। AAP को उनकी कमी खल सकती है।
गिरफ्तारी का AAP और सरकार पर क्या असर होगा?
सत्येंद्र जैन के बाद सिसोदिया के जेल जाने पर AAP की भ्रष्टाचार-विरोधी छवि को काफी नुकसान पहुंचेगा। इसके अलावा दिल्ली सरकार का कामकाज भी प्रभावित होगा। अगर सिसोदिया लंबे समय तक जेल में रहे तो मुख्यमंत्री केजरीवाल को उनके विभागों का दूसरे मंत्रियों के बीच में आवंटन करना पड़ जाएगा। केजरीवाल को खुद भी दिल्ली पर ज्यादा ध्यान देना होगा और वह अन्य राज्यों में AAP को पहले जितनी प्राथमिकता नहीं दे पाएंगे।