अब पंजाब में भी घिरी AAP सरकार, शराब नीति में 500 करोड़ के घोटाले का आरोप
क्या है खबर?
दिल्ली की शराब नीति में कथित भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार विवादों में घिरी हुई है। इस बीच अब पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली AAP सरकार की शराब नीति भी सवालों के घेरे में है।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में बुधवार को विपक्ष के नेताओं ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को ज्ञापन सौंपकर सरकार पर शराब नीति के जरिए 500 करोड़ का घोटाला करने का आरोप लगाया है।
मांग
दिल्ली की तरह CBI और ED से जांच कराने की मांग
SAD प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने ट़्वीट में लिखा कि राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर AAP सरकार द्वारा नई शराब नीति के जरिए किए गए 500 करोड़ रुपये के घोटाले की दिल्ली की तरह ही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) से जांच कराने के आदेश देने की मांग की है।
उन्होंने आगे लिखा कि दिल्ली में इस मामले में CBI द्वारा पहले ही मामला दर्ज किया जा चुका है और उसकी उच्च स्तरीय जांच चल रही है।
आरोप
AAP सरकार ने दो कंपनियों को सौंपा पूरा शराब कारोबार
इससे पहले 25 अगस्त को भी बादल ने राज्य की AAP सरकार शराब नीति के जरिए 500 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा था कि सरकार ने दिल्ली मॉडल के मुताबिक शराब नीति तैयार की है और राजकोष को लूटने का तौर-तरीका भी एक ही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली की तरह पंजाब में भी शराब का पूरा कारोबार दो कंपनियों को सौंपा गया है और लाभ मार्जिन भी दोगुना कर दिया गया है।
बैठक
AAP नेताओं ने की थी कंपनी अधिकारियों के साथ बैठक
बादल ने कहा कि पंजाब में सरकार ने अमन ढल के स्वामित्व वाली ब्रिंडको और मेहरा समूह के स्वामित्व वाली अनंत वाइन को शराब का पूरा कारोबार सौंपा है।
उन्होंने कहा कि AAP नेता राघव चड्ढा ने चंडीगढ़ के हयात होटल में दो समूहों के सदस्यों के साथ और 30 मई और 6 जून को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर दो बैठकें हुई थीं। उनमें पंजाब के वित्तीय आयुक्त और आबकारी आयुक्त भी शामिल हुए थे।
पृष्ठभूमि
शराब नीति में भ्रष्टाचार के मामले से जूझ रही है दिल्ली की AAP सरकार
भगवंत मान सरकार के खिलाफ आरोप ऐसे समय में आए हैं जब दिल्ली में AAP शराब नीति में भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा से तीखे गतिरोध का सामना कर रही है।
उपमुख्यमंत्री सिसोदिया विवाद के केंद्र में हैं, क्योंकि वो ही आबकारी विभाग संभालते हैं। इस मामले में सिसोदिया सहित 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करने के बाद CBI ने सिसोदिया के आवास और बैंक लॉकर की तलाशी ली है, लेकिन उसमें अभी तक कुछ खास नहीं मिला है।
हमला
अन्ना हजारे ने भी बोला अरविंद केजरीवाल पर हमला
इस मामले में AAP का विरोध करने वालों में भाजपा के साथ अब भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का भी नाम जुड गया है।
उन्होंने गत दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर शराब नीति की आलोचना की थी और कहा था कि मुख्यमंत्री सत्ता के नशे में चूर लगते हैं। एक ऐतिहासिक आंदोलन को नुकसान पहुंचाने के बाद जन्मी पार्टी अब दूसरे दलों के रास्ते पर है, जो बहुत ही पीड़ादायी है।
जिम्मेदार
केजरीवाल ने हजारे के पत्र के लिए भाजपा को ठहराया जिम्मेदार
हजारे के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि देश की जनता भाजपा की बात नहीं मान रही है। ऐसे में वह राजनीतिक मकसद को पूरा करने के लिए अन्ना हजारे के कंधे पर बंदूक रखकर चला रही है।
उन्होंने कहा कि जब ये कुछ कहते हैं और जनता सुनती नहीं है तो ये किसी को समाने लाते हैं। पंजाब चुनाव के समय इन्होंने कुमार विश्वास को आगे किया था।