CBI को बैंक लॉकर में कुछ नहीं मिला, मुझे क्लीन चिट मिली- मनीष सिसोदिया
क्या है खबर?
दिल्ली की नई शराब नीति के जरिए भ्रष्टाचार करने के आरोपों की जांच में जुटी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम ने मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के लॉकर की तलाशी ली, लेकिन टीम को इसमें कुछ खास नहीं मिला। सिसोदिया ने दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान बताया कि तलाशी के दौरान उनके घर और बैंक लॉकर में CBI को कुछ नहीं मिला है। इस तरह से उन्हें और उनके परिवार को क्लीन चिट मिल गई है।
बरामदगी
CBI को बैंक लॉकर में मिला 70 हजार रुपये का सामान
CBI के पांच अधिकारियों की एक टीम सुबह गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर 4 की पंजाब नेशनल बैंक शाखा में उनके लॉकर की जांच करने पहुंची थी।
उस दौरान अधिकारियों ने करीब 45 मिनट तक लॉकर की जांच की, लेकिन वहां 70,000-80,000 रुपये की कीमत के जेवरातों के अलावा कुछ नहीं मिला।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और उनकी पत्नी भी मौजूद थी। जांच के दौरान बैंक के गेट बंद रहे और किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया।
बयान
"खुशी है कि मुझे क्लीन चिट मिल गई"
इस मामले में उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा, "जैसे CBI के छापे में मेरे आवास पर कुछ नहीं मिला, वैसे ही आज मेरे बैंक लॉकर में कुछ भी नहीं मिला। मुझे खुशी है कि मुझे क्लीन चिट मिली है। CBI ने हमारे साथ अच्छा व्यवहार किया, और हमने भी उनका सहयोग किया। सत्य की जीत हुई है।"
उन्होंने कहा, "बैंक लॉकर में कुछ नहीं मिलने के बाद भी मुझे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा, क्योंकि उनके पास ऊपर से आदेश हैं।"
दावा
CBI ने 19 अगस्त को जब्त की थी लॉकर की चाबियां- सिसोदिया
उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा, "CBI ने जन्माष्टमी पर मेरे घर पर छापा मारा था। 19 अगस्त को छापेमारी के दौरान CBI अधिकारियों ने लॉकरों की चाबियां जब्त कर लीं। आज, उन्होंने उस लॉकर को खोला, इसमें मेरी पत्नी के 70,000-80,000 रुपये के आभूषणों के अलावा कुछ नहीं मिला।"
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मुझे दो-तीन महीने जेल भेजने का दबाव है। मुझे खुशी है कि आज कुछ नहीं मिला और सच्चाई की जीत हुई।"
आरोप
सिसोदिया पर क्या आरोप हैं?
उपमुख्यमंत्री सिसोदिया पर कमीशन लेकर शराब की दुकानों का लाइसेंस लेने वालों को अनुचित फायदा पहुंचाने का आरोप है। उन पर विदेशी शराब की कीमत में बदलाव करने और बीयर से आयात शुल्क हटाने का आरोप है जिसके कारण विदेशी शराब और बीयर सस्ती हो गईं और राजकोष को नुकसान हुआ।
सिसोदिया पर उपराज्यपाल की मंजूरी लिए बिना कोविड महामारी का हवाला देकर 144.36 करोड़ रुपये की निविदा लाइसेंस फीस माफ करने का आरोप भी है।
कार्रवाई
CBI ने सिसोदिया सहित 15 के खिलाफ दर्ज की थी FIR
बता दें कि नई शराब नीति में अनियमितता के मामले में CBI ने सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है और 19 अगस्त को सिसोदिया के घर पर छापा मारा था।
सिसोदिया ने CBI पर उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने और उनके विदेश जाने पर रोक लगाने का आरोप भी लगाया है।
हालांकि, CBI का कहना है कि आठ आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है और इनमें सिसोदिया शामिल नहीं हैं।
आरोप
सिसोदिया ने भाजपा पर लगाया था मुख्यमंत्री पद का ऑफर देने का आरोप
इससे पहले 22 अगस्त को सिसोदिया ने भाजपा पर आम आदमी पार्टी (AAP) को तोड़कर आने पर मुख्यमंत्री पद देने के साथ उनके खिलाफ चल रहे सभी CBI और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मामलों को बंद करने का ऑफर देने का आरोप लगाया था।
इसके अलावा AAP के चार विधायकों ने भाजपा पर AAP छोड़कर आने पर 20-25 करोड़ का ऑफर देने का आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा था कि भाजपा दिल्ली सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है।