#NewsBytesExplainer: कैसे तेलंगाना में भाजपा के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं पवन कल्याण?
तेलंगाना में इसी महीने विधानसभा चुनाव का मतदान होना है। इस बीच भाजपा ने ऐलान किया है कि वो राज्य में जन सेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। तेलंगाना के भाजपा सांसद के लक्ष्मण ने रविवार को कहा कि पवन कल्याण के नेतृत्व वाली जन सेना और भाजपा दोनों के बीच चुनावों के लिए बातचीत पूरी हो गई है। आइए जानते हैं कि भाजपा को पवन कल्याण के साथ आने से तेलंगाना चुनाव में क्या लाभ हो सकता है।
भाजपा के लिए पवन कल्याण क्यों महत्वपूर्ण?
इंडिया टुडे के मुताबिक, तेलंगाना में भाजपा की राजनीतिक स्वीकार्यता कर्नाटक चुनाव के बाद से कम हुई है और वह भारत राष्ट्र समिति (BRS) और कांग्रेस के बाद तीसरे नंबर पर है। पवन कल्याण इस स्थिति को सुधारने में उसकी बड़ी मदद कर सकते हैं। वह दक्षिण भारत के सुपरस्टार अभिनेता हैं और युवाओं में बेहद लोकप्रिय हैं। उनके जरिए भाजपा युवाओं को साधने की कोशिश कर सकती है, जिनकी तेलंगाना में 43.6 प्रतिशत आबादी है।
पवन कल्याण की OBC जाति भी पहुंचा सकती है भाजपा को लाभ
पवन मुन्नुरु कापू समुदाय से आते हैं, जो तेलंगाना में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से संबंधित महत्वपूर्ण जाति है। राज्य में मुन्नुरु कापू की आबादी लगभग 26 प्रतिशत है। पवन के जरिए भाजपा की नजर इस 26 प्रतिशत वोट पर भी है। अगर पवन इसमें से कुछ प्रतिशत वोट भी भाजपा की तरफ लाने में कामयाब रहते हैं तो इससे राज्य में भाजपा के पैर मजबूत हो सकते हैं और उसका एक आधार बन सकता है।
भाजपा की पूरे 52 प्रतिशत OBC वोटबैंक पर भी नजर
मुन्नुरु कापू समुदाय के अलावा तेलंगाना में अन्य कई OBC समुदाय हैं और राज्य की लगभग 52 प्रतिशत आबादी OBC है। मुन्नुरु कापू के साथ-साथ भाजपा का निशाना इस 52 प्रतिशत वोटबैंक पर भी है और खुद OBC से होने के कारण पवन इसे भाजपा की तरफ करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। अगर OBC समुदाय भाजपा के पीछे आता है तो वो आने वाले समय में राज्य में बहुत बड़ी ताकत बन सकती है।
जन सेना के जरिए TDP के वोट में सेंधमारी की उम्मीद
चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने तेलंगाना चुनाव से दूरी बना ली है। ऐसे में भाजपा चाहेगी कि पवन कल्याण चंद्रबाबू नायडू के साथ अपने संबंधों का लाभ उठाएं और तेलंगाना में TDP का वोट भाजपा और उसके गठबंधन को ट्रांसफर करवा दें। TDP खुद भी भाजपा के राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा है, ऐसे में वह खुद भी वोट ट्रांसफर में मदद कर सकते हैं।
तेलंगाना में कब है चुनाव और क्या हैं समीकरण?
तेलंगाना विधानसभा की 119 सीटों पर 30 नवंबर को मतदान होना है और 3 दिसंबर को बाकी 4 राज्यों के साथ नतीजे आएंगे। राज्य में मुख्य मुकाबला मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की BRS और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के बीच माना जा रहा है और भाजपा मुख्य रेस में नहीं है। 2014 में राज्य के निर्माण के बाद से ही यहां BRS की सरकार है, जिसे पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के नाम से जाना जाता था।