राजस्थान: अमित शाह की देर रात भाजपा नेताओं संग बैठक, बिना मुख्यमंत्री चेहरे के उतरेगी पार्टी
क्या है खबर?
भाजपा ने राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। बुधवार रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जयपुर में पार्टी नेताओं के साथ बंद कमरे में लंबी बैठक की।
इसमें टिकट बंटवारे से लेकर चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई। खबर है कि पार्टी ने प्रत्याशियों की पहली सूची तैयार कर ली है और जल्द ही इसे जारी भी किया जा सकता है।
मुद्दे
बैठक में किन मुद्दों पर हुई चर्चा?
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में टिकट वितरण को लेकर चर्चा हुई। खबर है कि राजस्थान में भी भाजपा मुश्किल सीटों पर मंत्रियों और सांसदों को उतार सकती है।
भाजपा की राजस्थान इकाई के सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी कुछ अन्य सांसदों के साथ विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है।
बता दें कि मध्य प्रदेश में भाजपा ने 6 सांसदों और 3 केंद्रीय मंत्रियों को टिकट दिया है।
फेस
बिना मुख्यमंत्री चेहरे के चुनाव लड़ेगी पार्टी
बैठक में फैसला लिया गया कि पार्टी किसी भी चेहरे को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रचारित नहीं करेगी और संयुक्त नेतृत्व के साथ आगे बढ़ेगी। बताया जा रहा है कि गुटबाजी कम करने, नेताओं की महत्वाकांक्षा नियंत्रित करने और व्यक्ति से बढ़कर पार्टी को प्राथमिकता देने की रणनीति के तहत ये फैसला लिया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही राजस्थान में वोट मांगने की कोशिश करेगी।
सीटें
33 सीटों पर नाम हुए तय
खबर है कि राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों में से 33 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम लगभग तय हो चुके हैं। पार्टी जल्द ही इसका आधिकारिक ऐलान कर सूची जारी कर सकती है।
इसके साथ ही 30 फीसदी मौजूदा विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं। ये वो विधायक हैं, जो पिछली बार 10,000 से कम वोटों से जीते थे और सर्वे में इनकी हालत खराब बताई जा रही है।
नेता
बैठक में चुनिंदा 15 नेता हुए शामिल
बैठक में केवल 15 नेता शामिल हुए।
प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, राजस्थान चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, सह-चुनाव प्रभारी नितिन पटेल और कुलदीप विश्नोई, सह-प्रभारी विजय राहटकर, प्रभारी अरुण सिंह, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, सांसद राज्य वर्धन राठौड़ और चुनाव प्रबंध कमेटी अध्यक्ष नारायण पंचारिया बैठक में मौजूद थे।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। फिलहाल यहां अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है। 2018 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 73 और कांग्रेस ने 100 सीटें जीती थीं।
यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ही गुटबाजी को साधना बड़ी चुनौती है। कांग्रेस सचिन पायलट और गहलोत खेमे में बंटी हुई है तो भाजपा में भी वसुंधरा राजे और शेखावट जैसे कई गुट हैं।