भाजपा में शामिल हुए हार्दिक पटेल, पिछले महीने छोड़ी थी कांग्रेस
पिछले महीने कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले हार्दिक पटेल भाजपा में शामिल हो गए हैं। भाजपा में शामिल होने से पहले पटेल ने ट्विटर पर लिखा था कि वो आज से राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित और समाज हित की भावनाओं के साथ नए अध्याय की शुरुआत करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करेंगे।
हार्दिक ने 18 मई को दिया था कांग्रेस से इस्तीफा
हार्दिक ने 18 मई को गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उस दौरान उन्होंने कहा था कि कांग्रेस देशहित और समाजहित के बिल्कुल विपरीत कार्य कर रही है और केवल केंद्र सरकार के विरोध की राजनीति तक सीमित रह गई है। देश के हर राज्य में जनता ने कांग्रेस को इसलिए खारिज कर दिया है क्योंकि वह उनके सामने एक बुनियादी रोडमैप तक नहीं पेश कर पाई।
भाजपा में शामिल हुए हर्दिक पटेल
बिना नाम लिए हार्दिक ने राहुल गांधी पर साधा था निशाना
इशारों-इशारों में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए हार्दिक ने कहा था कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व में किसी भी मुद्दे के प्रति गंभीरता की कमी है और जब भी वो उनसे मिले तो उन्हें लगा कि नेतृत्व का ध्यान गुजरात के लोगों और पार्टी की समस्याओं को सुनने से ज्यादा अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर है। उन्होंने कहा था कि जब भी देश संकट में था और उसे कांग्रेस की सबसे ज्यादा जरूरत थी, उनके नेता विदेश में थे।
गुजरात कांग्रेस में किनारे किए जाने से नाराज थे हार्दिक
गुजरात कांग्रेस में आंतरिक कलह की खबरों के बीच हार्दिक पिछले काफी समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें राज्य इकाई में किनारे किया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व से मिलने का समय भी मांगा था और राहुल गांधी के गुजरात दौरे के समय उनसे मिलने की कोशिश की थी, हालांकि ऐसा नहीं हो पाया। इससे नाराज होकर हार्दिक ने कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
हार्दिक का भाजपा में जाना पाटीदार राजनीति के लिए अहम
विधानसभा चुनाव से पहले हार्दिक पटेल का भाजपा में शामिल होना पाटीदार राजनीति के लिए अहम माना जा रहा है। गुजरात में 2015 में हुए पाटीदार आरक्षण आंदोलन का हार्दिक प्रमुख चेहरा थे। ऐसे में भाजपा को उनके सहारे पाटीदार समुदाय का समर्थन मिलने की उम्मीद है। बता दें कि गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस चुनाव में मुख्य टक्कर भाजपा और कांग्रेस के बीच होने की उम्मीद है।