गांधी परिवार की अनुपस्थिति में कपिल सिब्बल के घर विपक्षी नेताओं का डिनर
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कल रात विपक्षी नेताओं को अपने घर डिनर पर बुलाया और इसमें विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश की गई। सिब्बल के जन्मदिन के मौके पर हुए इस डिनर में 15 पार्टियों के करीब 45 नेता और सांसद जुटे और सबने विपक्षी एकता पर अपनी राय दी। ज्यादातर नेताओं ने राय व्यक्त की कि विपक्ष के मजबूत होने के लिए कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है।
ये नेता हुए बैठक में शामिल
डिनर में शामिल होने वाले नेताओं में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद यादव, राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू यादव, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ ब्रायन, माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और शिवसेना सांसद संजय राउत आदि शामिल रहे। अकाली दल को भी पहली बार विपक्ष की बैठक में बुलाया गया और नरेश गुजराल इसमें शामिल हुए। बीजू जनता दल (BJD) के पिनाकी मिश्रा भी बैठक में शामिल हुए।
G-23 के अहम कांग्रेस नेता भी रहे डिनर में मौजूद
कांग्रेस में सुधार की मांग करने वाले G-23 समूह के कई प्रमुख नेता भी इस बैठक में शामिल रहे। इनमें शशि थरूर, मनीष तिवारी, आनंद शर्मा और गुलाम नबी आजाद के नाम अहम हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिंदबरम भी डिनर में मौजूद रहे।
सिब्बल बोले- मोदी सरकार ने बर्बाद किया हर संस्थान
डिनर में मोदी सरकार पर हमले की शुरूआत करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि उसके कार्यकाल में हर संस्थान को बर्बाद कर दिया गया है। विपक्षी एकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस का सिपाही होने के नाते वे चाहते हैं कि भाजपा के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बने। NDTV के सूत्रों के अनुसार, बैठक में शरद पवार सबसे लंबा बोले और उन्होंने विपक्ष एकता और कांग्रेस को मजबूत करने की सिब्बल की बात का समर्थन किया।
लालू यादव, उमर अब्दु्ल्ला और अखिलेश यादव ने भी रखी अपनी राय
जेल से छूटने के बाद पहली बार विपक्ष की किसी बड़ी बैठक में शामिल हुए लालू यादव ने भी कहा कि विपक्ष को एकजुट होने की जरूरत है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जब भी कांग्रेस मजबूत होती है तो विपक्ष मजबूत हो जाता है। उन्होंने पूछा कि पार्टी को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि विपक्ष को सिब्बल, ग़ुलाम नबी और भूपिन्दर सिंह हुड्डा के अनुभव का फायदा उठाना चाहिए।
अकाली दल ने कहा- कांग्रेस को गांधी परिवार के चंगुल से निकालने की जरूरत
बैठक में कुछ समय तक भाजपा के साथ रहे अकाली दल के नरेश गुजराल ने गांधी परिवार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस गांधी परिवार के चंगुल से बाहर नहीं आती, तब तक उसे मजबूत करना बेहद मुश्किल होगा। वहीं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की BJD के पिनाकी मिश्रा ने कहा कि पार्टी कई मुद्दो पर कांग्रेस का साथ देना चाहती है, लेकिन उसे पता ही नहीं है कि वो किससे बात करे।
चिदंबरम ने कहा- क्षेत्रीय दलों के साथ समझ विकसित करे कांग्रेस
चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस को क्षेत्रीय पार्टियों के साथ एक समझ विकसित करनी चाहिए ताकि भाजपा को मिलकर चुनौती दी जा सके। ज्यादातर नेताओं ने कहा कि इसकी शुरूआत हो चुकी है और सभी पार्टियों को भाजपा को हराने के लिए एकजुट होना चाहिए। YSR कांग्रेस ने कहा कि वह देश के भले के लिए पुरानी बातों को भूलने के लिए तैयार है। सभी नेताओं ने अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत की शुभकामनाएं भी दीं।
राहुल की अनुपस्थिति में बैठक होने से उठे सवाल
बता दें कि सिब्बल के घर विपक्षी नेताओं की ये बैठक ऐसे समय पर हुई जब राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर कश्मीर गए हुए हैं। हालांकि पूरी बैठक में G-23 के नेता कहते रहे कि वे कांग्रेस के सिपाही हैं।