
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में बोले खड़गे- पहलगाम पर सरकार की नीति स्पष्ट नहीं
क्या है खबर?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में आज दिल्ली में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक हुई।
इसमें खड़गे ने कहा कि पहलगाम हमले को लेकर केंद्र सरकार की नीति स्पष्ट नहीं है। उन्होंने जाति जनगणना को लेकर राहुल गांधी को बधाई भी दी।
बैठक में पहलगाम आतंकी हमले और केंद्र सरकार की ओर से किए गए जाति जनगणना के ऐलान पर चर्चा की गई।
बैठक में राहुल, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी, भूपेश बघेल समेत कई नेता शामिल हुए।
बयान
खड़गे बोले- पूरा विपक्ष साथ, लेकिन सरकार की नीति स्पष्ट नहीं
खड़गे ने कहा, 'पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद 24 अप्रैल को CWC की आपात बैठक हुई थी। उसमें हमने प्रस्ताव पारित कर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में और आतंकवादियों को सबक सिखाने में सरकार को सभी संभव सहयोग देने की बात कही थी। पर इस घटना के कई दिन बाद भी सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट रणनीति सामने नहीं आई है। पूरा विपक्ष इस मसले पर सरकार के साथ है। हमने पूरी दुनिया को यही संदेश दिया है।'
जाति जनगणना
जातिगत जनगणना पर बैठक में क्या हुआ?
खड़गे ने कहा, 'जातिगत जनगणना की सालों पुरानी हमारी मांग को सरकार ने माना, पर जो समय चुना गया उससे हमें आश्चर्य के साथ हैरानी भी हुई। जिस भाषा और भाव के साथ कई बातें कही गयीं, उसको लेकर भी कई संदेह हमारे दिल में पैदा हुए हैं।'
खड़गे ने आगे लिखा, 'हम यह कहेंगे कि हमारी बात देर से ही सही उनकी समझ में आई, इस बात की हमें ख़ुशी है। पुरानी कहावत है देर आए दुरुस्त आए!'
अगले कदम
जातिगत जनगणना पर क्या होगा कांग्रेस का अगला कदम?
खड़गे ने कहा, 'बेशक सरकार ने जातिगत जनगणना कराने की हमारी मांग मान ली है, लेकिन अब हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा की यह जातिगत जनगणना सही तरीके से हो। इसके जो नतीजे आएं, उन पर भी अमल हो। उनके हिसाब से नीतियां और कानून बने। अभी बहुत सी बातें राजनीतिक तौर पर उठेंगी, जिसके लिए हमें तैयार रहना है। जातिगत जनगणना और उसके बाद हमारी सभी मांगे सही तरीके से पूरी हो इसे सुनिश्चित करना है।'
ऐलान
केंद्र सरकार ने किया है जाति जनगणना कराने का ऐलान
30 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई राजनीतिक मामलों की संसदीय समिति (CCPA) की बैठक में केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का फैसला लिया था।
ये एक चौंकाने वाला फैसला था, क्योंकि पारंपरिक तौर पर भाजपा जातिगत जनगणना की विरोधी रही है।
जातिगत जनगणना का मतलब है कि जनगणना के दौरान जाति से जुड़े आंकड़े इकट्ठा करना। फिलहाल जनगणना में केवल अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) समुदाय के आंकड़े जुटाए जाते हैं।