'एक देश एक चुनाव' को कांग्रेस ने संविधान के खिलाफ बताया, अन्य पार्टियों ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को 'एक देश एक चुनाव' के प्रस्ताव को पास कर दिया, जिसपर एक बार फिर सियासी बहस छिड़ गई। कांग्रेस समेत अन्य कई पार्टियों ने इसे संविधान के खिलाफ बताया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "हम इस बात से सहमत नहीं हैं। लोकतंत्र में 'एक देश एक चुनाव' काम नहीं कर सकता। अगर हम चाहते हैं कि हमारा लोकतंत्र बचा रहे तो चुनाव जब आवश्यक हों तभी हो।"
आम आदमी पार्टी ने इसे जुमला बताया
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने कहा, "हमें लगता है कि यह भाजपा का नया जुमला है। कुछ दिन पहले 4 राज्यों के चुनावों की घोषणा होनी थी, लेकिन उन्होंने (भाजपा) सिर्फ हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव की घोषणा की, महाराष्ट्र और झारखंड को छोड़ दिया। अगर 4 राज्यों में एकसाथ चुनाव नहीं करा सकते, तो पूरे देश में कैसे कराएंगे। अगर कोई राज्य सरकार अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले गिर जाती है तो क्या होगा?"
बिहार की RJD ने क्या कहा?
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा, "इसे इस तरह से पेश किया जा रहा है, जैसे बहुत बड़ा फैसला हो गया। कैबिनेट मोदीजी की है, तो वही होगा जो वो चाहेंगे। हमारी पार्टी के कुछ बुनियादी सवाल हैं। 1962 तक यह व्यवस्था थी, जो खत्म हो गई क्योंकि एक पार्टी के प्रभुत्व को चुनौती दी जा रही थी, अल्पमत सरकारें बन रही थीं, मध्यावधि चुनाव हो रहे थे। इस बार इसके लिए क्या व्यवस्था होगी?"
JDU ने क्या कहा?
जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, "एक देश एक चुनाव पर हमारी पार्टी का स्टैंड पहले से साफ रहा है। रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी समिति को JDU केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और संजय झा ने मिलकर अपना समर्थन दिया था। इस फैसले से नीतियों की निरंतरता जारी रहेगी और योजनाओं की अपने समय में पूरी होने की योजना पूरी हो सकेगी।" झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने इसे संविधान पर आघात बताया है।
दक्षिण की पार्टियों ने क्या कहा?
तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (BRS) के नेता केटी रामाराव ने कहा कि इस विषय में क्या करना है, इसे लेकर पार्टी बैठक में तय किया जाएगा, लेकिन 'एक देश एक चुनाव' पर अभी भी काफी कुछ साफ नहीं है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पर लिखा, 'मैं इसके विरोध में हूं क्योंकि यह संघवाद को नष्ट करता है और लोकतंत्र से समझौता करता है। मोदी-शाह को छोड़कर किसी को चुनाव से समस्या नहीं।'
समाजवादी पार्टी ने क्या कहा?
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज यादव ने कहा, "भाजपा पहले भी एक देश एक टैक्स और नोटबंदी लेकर आई थी, लेकिन इससे किसी को फायदा नहीं हुआ, उल्टे लोग परेशान हो गए। भाजपा ऐसे बिल लाती है ताकि वह मजबूत हो जाए। हमारी पार्टी इसके विरोध में है।" तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ममता बनर्जी का एक पुराना पत्र एक्स पर साझा किया है, जिसमें उन्होंने 'एक देश एक चुनाव' का विरोध किया है।