कांग्रेस सांसद ने 'जितनी आबादी, उतना हक' पर किया राहुल गांधी का विरोध, ट्वीट डिलीट किया
क्या है खबर?
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल गांधी की जातिगत जनगणना के जरिए 'जितनी आबादी, उतना हक' की मांग पर सवाल उठाया और इसके दुष्परिणाम को लेकर आगाह किया।
सिंघवी ने एक्स पर लिखा, 'अवसर की समानता कभी भी परिणामों की समानता के समान नहीं होती। 'जितनी आबादी, उतना हक' का समर्थन करने वाले लोगों को पहले इसके परिणामों को पूरी तरह से समझना होगा। यह अंततः बहुसंख्यकवाद में परिणत होगा।'
इस ट्वीट को उन्होंने डिलीट कर दिया।
बयान
कांग्रेस ने किया सिंघवी ने ट्वीट से किनारा
सिंघवी का बयान सामने आने के बाद कांग्रेस ने इससे किनारा कर लिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने उनके बयान को लेकर एक्स पर सफाई दी।
जयराम ने एक्स पर लिखा, 'डॉ सिंघवी का ट्वीट उनके निजी विचार का प्रतिबिंब हो सकता है, लेकिन यह किसी भी तरह से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को नहीं दर्शाता है, जिसका सार 26 फरवरी, 2023 को रायपुर घोषणा और 16 सितंबर, 2023 को CWC संकल्प दोनों में निहित है।'
विचार
राहुल ने क्या कहा था?
राहुल गांधी पिछले कई दिनों से जातिगत जनगणना को लेकर आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने 2 अक्टूबर को एक्स पर अपनी राय प्रकट की थी।
उन्होंने लिखा, 'बिहार की जातिगत जनगणना से पता चला है कि वहां OBC+ SC+ST 84 प्रतिशत हैं। केंद्र सरकार के 90 सचिवों में सिर्फ 3 OBC हैं, जो भारत का मात्र 5 प्रतिशत बजट संभालते हैं! इसलिए, भारत के जातिगत आंकड़े जानना जरूरी है। जितनी आबादी, उतना हक- ये हमारा प्रण है।'